राजस्थान गौरव वीर महाराणा प्रताप की जयंति पर गुरूवार को सरदरपुरा रोड़ स्थित महाराण प्रताप कालोनी में सेवा भारती समिति की ओर से वृक्षारोपण किया जाकर हर्षोल्लास के साथ महाराणा प्रताप की 479 वीं जयंति मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मे उपस्थित महाराणा प्रताप के अनुयायी गाडिय़ा लुहार परिवारो को संम्बोधित करते हुए रामस्नेही संत श्रीरमताराम राम स्नेही चित्तौडग़ढ़ ने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने आदर्शो एवं स्वाभिमान से कभी समझौता नही किया। वर्षो से आपके पूर्वज उनके साथ अपने प्रण को निभाते हुए जंगलों व पहाड़ो मे अपना जीवन यापन करते आ रहे है। वर्तमान में अपने जीवन यापन के लिए हमें परम्परागत कार्यो के अलावा अपने कौशल को निखारने का प्रयास करना चाहिए तथा बच्चों को शिक्षा की मख्य धारा से जोड़ते हुए उन्हें उच्च शिक्षा पाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। संत दिग्विजयराम जी महाराज ने कहा कि महाराणा प्रताप के स्वाभिमान व त्याग का परिणाम है कि आज हमारी सनातन संस्कृति जीवित है। इस अवसर पर सेवाभारती के वैद्य रमेश चंद शर्मा, गोविंद नारायण विजय, धु्रवप्रसाद नामा, सीताराम पारीक, अरविन्द कुमार त्रिपाठी सहित अन्य लोगो ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर महाराण प्रताप कालोनी में वृक्षारोपण किया गया एवं महाराण प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाकर अतिथियों का स्वागत किया गया।