भाद्रपद मास में विभिन्न स्थानों से आई पैदलयात्राओं के निरन्तर डिग्गी पहुंचने का क्रम अनवरत बना हुआ है। जिनमें शामिल हजारों पदयात्री डिग्गी पहुंचकर अपने आराध्य श्री जी महाराज के दर्शन कर अपने आपको धन्य महसूस कर रहे है। पैदल यात्राओं में शामिल पदयात्री शारीरिक कष्टों से बेपरवाह होकर लगातार कल्याण धणी के जयकारों के साथ लगातार आगे बढते हुए डिग्गी पहुंच रहे है जिससे सपूर्ण तीर्थनगरी धर्ममय हो रही है। अपनी मनौतियों को पूर्ण होने पर कई भक्तों द्वारा मन में किए गए संकल्प के अनुसार कनक दण्डवत लगाने की भी परपरा है जिसमें कीचड में सनकर, कंक्रीट पर छाती के बल लेटकर श्री कल्याण धणी के दर्शन किए जाते है जिन्हें देखकर ही उनके मन में कल्याण धणी के प्रति अगाध श्रद्धा के दर्शन होते है। सोमवार को गुढाचन्द्र जी से आयी पदयात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालुओं ने कतारबंद्ध होकर श्री कल्याण जी महाराज के दर्शन किए तथा अपने परिवार सहित देशवासियों की खुशहाली व समृद्धि की कामना की। हजारों पदयात्रियों के एकसाथ डिग्गी पहुंचने से सपूर्ण कस्बे में मेले का सा नजारा देखने को मिल रहा है तथा पदयात्रियों द्वारा जय श्री राधे, श्री जी महाराज की जय के जयकारों से पावन धरा गुंजायमान हो रही है।