अविकानगर को मिली राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के फील्ड सेंटर की सौगात

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देश की जनता का सौभाग्य है कि नरेन्द्र मोदी के रूप में उन्हें ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो गांव, गरीब, किसान, युवा सहित हर वर्ग व देशवासी के विकास की सोच रखता है, जिसने विदेशों तक में देश का मान बढाया है, जो योजनाएं बनाने व लागू करने के साथ-साथ उनकी निगरानी भी करता है, वह देश के विकास के लिए संकल्पबद्ध है, केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने अविकानगर में यह उदगार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि 48 वर्षो तक देश पर शासन पर करने वाले परिवार व पार्टी के राजकुमार की तरह अपने ही कुनबे का विकास नहीं किया बल्कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 48 माह के शासन में जनता को राहत प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना लागू कर किसानों को, उज्जवला योजना लागू कर घर की महिलाओं को, दीनदयाल उपाध्याय विद्युत योजना लागू कर आमजन व गरीब के घर में रोशनी पहुंचाने, हर घर को शौचालय योजना लागू कर घर की बहिन-बेटियों का सम्मान बढाने का काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी अब अटल जी के नदियों को जोडने के सपने को साकार करने में जुटे है जिससे इस देश में खुशहाली आएगी, किसानों की आय दोगुना होगी व देश समृद्धि व उन्नति की राह पर चलकर एक बार फिर से विश्वगुरू बनने की ओर कदम बढाएगा। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंंत्री भारत सरकार राधामोहन सिंह ने केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में शनिवार को राष्ट्रीय भेड़ एवं किसान मेले का विधिवत फीता काट कर शुभारम्भ किया। मंत्री सिंह ने केन्द्र सरकार की ओर से किसानों व मवेशीपालकों के हित में लागू की गई योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अविकानगर संस्थान की जमकर सराहना करते हुए संस्थान द्वारा विकसित की गई तकनीकों से किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित कर आर्थिक स्तर उंचा करने पर जोर दिया। सिंह ने क्षेत्र के दुधारू पशुपालकों के लिए एक बडी सौगात देते हुए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल का क्षेत्रीय फील्ड सेंटर खोले जाने की घोषणा की जिसका पांडाल में मौजूद हजारों के जनसमूह ने तालियों की गडगडाहट के साथ स्वागत करते हुए केन्द्रीय मंत्री का आभार जताया। सिंह ने कहा कि क्षेत्र में भेड, बकरी व खरगोश पर शोध एवं उन्नत तकनीकों को विकसित करने वाला संस्थान क्षेत्र के दुधारू पशुपालकों के लिए भी वरदान साबित होगा। एनडीआरआई करनाल की तर्ज पर दुधारू पशुओं पर शोध, उन्नत नस्ल, नस्लसुधार, दूध बढाने के तरीके एवं कम खर्चे पर दुधारू पशुओं का रख-रखाव करने का ज्ञान उपलब्ध होगा। साथ ही सिंह ने संस्थान के निदेशक तोमर व उपमहानिदेशक जैना को संस्थान में जमीन व इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाकर सेंटर को दो माह में शुरू किए जाने के निर्देश दिए। समारोह में केन्द्रीय भेड एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर निदेशक डॉ.अरूण कुमार तोमर ने 1962 में स्थापित किए गए संस्थान के इतिहास की जानकारी देते हुए इसकी उपलब्धियों पर विस्तार से जानकारी दी। तोमर ने बताया कि संस्थान द्वारा भेड एवं बकरी की नस्ल सुधार, उन्नत नस्ल सहित ऊन, उत्पादन व मांस में वृद्धि सहित मृत्युदर में कमी लाने में सफलता हासिल की है। तोमर ने जयपुरी रजाई की तर्ज पर 950 ग्राम की रजाई बनाने, अविशान भेड नस्ल विकसित करने की जानकारी दी। कृषि मंत्री राजस्थान सरकार प्रभुलाल सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कृषक साथी योजना, फसल बीमा योजना, सहकारिता के तहत ऋणमाफी सहित ऐसी कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की है। सैनी ने अतिवृष्टि से हुए खराबे से राहत के लिए किसानों को 18 अक्टूबर तक गश्त गिरदावरी कर मुआवजा देने की जानकारी दी। सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया व क्षेत्रीय विधायक ने भी किसानों को सम्बोधित किया। समारोह में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली(पशु विज्ञान)उपमहानिदेशक डॉ. जयकृष्णा जैना, कुलपति कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर डॉ.बलराज सिंह, कुलपति राजूवास बीकानेर डॉ.विष्णु शर्मा, कुलपति ज्योति विद्यापीठ वूमन यनिवर्सिटी जयपुर, डॉ.रूही दहिया निदेशक केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान जोधपुर, डॉ. ओ पी यादव निदेशक केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार, डॉ.इन्द्रजीत सिंह, शासकीय निदेशक केन्द्रीय ऊन विकास मंडल जोधपुर, वी के कोहली सहित अन्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे। समारोह में मवेशी पालकों व किसानों ने भाग लिया। अतिथियों ने कार्यक्रम के बाद प्रदर्शनी में लगाए गए 70 से अधिक स्टॉल का निरीक्षण किया। अतिथियों ने संस्थान की ओर से तैयार की गई विभिन्न स्मारिकाओं का विमोचन भी किया गया। मेले में बड़े पैमाने पर देश की भेड़ अन्य पशुओं एवं कृषि के क्षेत्र में कार्यरत केन्द्रीय व राज्य सरकारों की संस्थाएं, निजी एवं गैर सरकारी संगठन संस्थान एवं देश के कोने कोने से आए हजारों किसानों ने भाग लिया।

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