राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने देश के 72 वें गणतन्त्र दिवस के अवसर पर मंगलवार को यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राज्यपाल श्री मिश्र ने इसके उपरान्त परेड का निरीक्षण किया और राज्य स्तरीय समारोह के साक्षी बने अतिथियों और जनसमूह का अभिवादन स्वीकार किया। राज्यपाल श्री मिश्र ने सलामी गारद द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी भी उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के भव्य समारोह में हाडीरानी महिला बटालियन, पुलिस आयुक्तालय जयपुर, एसडीआरएफ, जीआरपी, चौदहवीं बटालियन आरएसी, बॉर्डर होमगार्ड, अरबन होमगार्ड, कारागृह आदि की बटालियन ने परेड में हिस्सा लिया। परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा की प्रशिक्षु अधिकारी सुश्री रंजिता शर्मा ने किया।गणतंत्र दिवस के आयोजन में हल्की सर्दी और गुनगुनी धूप में लोककलाकारों, विद्यालयी बच्चों और पुलिस बैंड द्वारा चित्ताकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां मन मोहने वाली थी। स्टेडियम में जब मांगणियार कलाकारों का प्रवेश हुआ तो पूरा माहौल जैसे लोक संस्कृति से सराबोर हो गया। इन कलाकारों ने चंग की थाप के साथ गैर नृत्य, चरी नृत्य, घूमर आदि की मनोहारी प्रस्तुतियों से गणतंत्र दिवस को उत्सवधर्मी बनाते हुए उपस्थितजनों की भागीदारी भी जैसे अपने में समाहित कर ली। लोककलाकारों द्वारा प्रख्यात रंग निर्देशक भानु भारती के निर्देशन में राजस्थान की नृत्य और गायन की परम्पराओं को स्टेडियम में जीवंत किया गया। राजस्थानी मांड, वंदे मातरम्, पधारो म्हारे देश, धरती धोरां री आदि प्रस्तुतियां समारोह को गौरव प्रदान कर रही थी।राजस्थान पुलिस के जवानों ने मोटर साइकिल एवं घुड़सवारी के अद्भुत करतब दिखा कर शौर्य, साहस एवं संतुलन की मिसाल पेश की। बैंड मास्टर हवलदार जगजीत सिंह के नेतृत्व में सेना बैंड एवं नरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में सेन्ट्रल पुलिस बैंड ने देशभक्तिपूर्ण गीतों की धुनों पर समवेत स्वर में प्रस्तुतियां दी। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एम.एल. लाठर सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने 72वें गणतंत्र दिवस पर सवाई मानसिंह स्टेडियम के समीप अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया और मौन रखकर श्रद्वांजलि दी।