संस्थान में चल रही अनुसूचित जाति उपयोजना के अन्तर्गत गांव बैरवा की ढ़ाणी, देशमा में पशु स्वास्थ्य शिविर एवं किसान वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिविर के दौरान 40 पशुपालकों की कुल 350 भेड़-बकरियों एवं गायों, भैंसों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर बीमार भेड़-बकरियों का उपचार किया गया। साथ ही आगामी सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों से सावधान रहने एवं पशुओं को सर्दी से बचाव के उपाय बताये गये। स्वास्थ्य शिविर एवं संगोष्ठी कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. अरूण कुमार तोमर ने किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि वे संस्थान द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक फायदा उठायें और संस्थान से मिलकर निरन्तर सहयोग प्राप्त करते रहें एवं अपनी आजिविका में वृद्धि करें। साथ ही निदेशक महोदय ने किसानों को भेड़-बकरियों में उन्नत नस्ल के महत्व एवं उसके फायदे एवं रेवड़ में बेहतर प्रबन्धन एवं स्वास्थ्य प्रबन्धन के लाभ के बारे में बताया। कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक/कर्मचारी डॉ. जी.जी. सोनावणे, विभागाध्यक्ष, पशुस्वास्थ्य विभाग, डॉ. अजय कुमार नोडल अधिकारी, अनुसूचित जाति उपयोजना, डॉ. एल.आर. गुर्जर प्रभारी टीओटी & एसएस विभाग, डॉ. दुष्यन्त कुमार शर्मा वैज्ञानिक, डॉ. रंगलाल मीणा वैज्ञानिक, गौतम चौपड़ा, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, डीके यादव तकनीकी अधिकारी एवं अंशुल शर्मा तकनीकी सहायक ने भाग लिया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. एल.आर. गुर्जर द्वारा किया गया l