केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के 93 वें स्थापना दिवस के अवसर पर फार्मर फर्स्ट परियोजना के अंतर्गत ग्राम चोसला में “हर मेढ़ पर पेड़’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थान निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने परियोजना के अंतर्गत गोद लिए गांवों में 5100 पौधे लगाने का संकल्प लिया एवं ‘मेढ़ पर पेड़ की महता बताई एंव पशुपालन के साथ साथ उद्यानिकी को भी आय का बेहतरीन विकल्प बताया।
कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि कृषि विशेषज्ञ डॉ ओ पी गढ़वाल ने कहा कि किसानों को सामान्य से प्रगतिशील होने के लिए वैज्ञानिकों और किसानों के बीच की खाई को कम करना जरूरी है जिससे किसानों में कृषि तकनीकी ज्ञान को तेज गति से आगे बढ़ाया जा सके।
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प्रधान वैज्ञानिक डॉ एस सी शर्मा ने फलदार वृक्षों की उन्नत किस्मों के बारे मे जानकारी दी। परियोजना प्रधान अन्वेषक डॉ एस एस डांगी ने बताया की घटते कृषि जोत के कारण मेढ़ पर पेड़ की अत्यन्त आवश्यकता है जो आमदनी का अच्छा स्त्रोत भी है।
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प्रधान वैज्ञानिक डॉ पी के मलिक और डॉ रंगलाल मीणा ने भी किसानों को कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी अपनाने का फायदा बताया। कार्यक्रम के दौरान LSA विष्णु चौधरी सहित ग्रामीण मौजूद रहे
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