मालपुरा – दाधीच समाज के तत्वाधान में सोमवार को आदर्शनगर बालाजी बगीची में दधिचि जयन्ती का आयोजन किया गया। जिसके तहत मेधावी विद्यार्थियों को पारितोषिक वितरण सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मालपुरा थानाधिकारी नवनीत व्यास रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज के वरिष्ठजन गोपाल दत्त व्यास ने की व विशिष्ठ अतिथि रामबाबू व्यास, हरिशंकर व डॉ चेतना दाधीच रहे। अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। समाज की ओर से अतिथियों का राजस्थानी परम्परा से स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उमडे समाजबंधुओं को सम्बोधित करते हुए थानाधिकारी नवनीत व्यास ने कहा कि हमें गर्व है कि हमे उस ऋषिगोत्र में जन्म लेने का सौभाग्य मिला है जिन्होंने धर्म हित करने के लिए सर्वस्व बलिदान कर दिया। महर्षि दधिचि ने देवता जो धर्म का प्रतीक थे दानवों से युद्ध में उनकी विजय सुनिश्चित करने के लिए अपनी अस्थियों तक का दान कर दिया। ऐसे में हमें उस परम्परा का निर्वहन करते हुए समाज को कुछ देने की प्रवृत्ति रखी होगी। सदाचार, सदव्यवहार तथा देशप्रेम की भावना का प्रसार कर इस पुण्य को अक्षुण्य रखना होगा जो आने वाली पीढीयों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा। पं.गोपाल दत्त ने समाज के उत्थान के लिए संगठित रहने का मंत्र दिया तो विशिष्ठ अतिथि रामबाबू व्यास ने एक सबके लिए सब एक के लिए की भावना से समाज का कार्य करने पर जोर दिया। डॉ.चेतना दाधीच ने प्रतिभाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रतिभाएं कभी विराम नहीं लेती है बल्कि उपलब्धियों के आयाम स्थापित करती जाती है। जो अन्य समाजबंधुओं का प्रगति के पथ पर बढने का मार्ग प्रशस्त करती है। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए सभी समाजबंधुओं से सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान समाज की शैक्षणिक प्रतिभाओं को मंचस्थ अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। मंच संचालन कपिल शर्मा ने किया तथा भवानीशंकर एवं रमेश दाधीच ने अतिथियों एवं समाजबंधुाओं का आभार जताया। इससे पूर्व दोपहर में सावित्री देवी शर्मा, विष्णुलता शर्मा, कांता शर्मा के नेतृत्व में महिला मंडल की ओर से मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी गई जिन पर समाज की किशोरियों ने नृत्य की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में पं.पुरूषोत्तम, मुकेश दाधीच, उमेश दाधीच, राजकुमार, बनवारी, अजय, शंकर सहित अन्य मौजूद रहे।