राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर की ओर से संचालित पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र, अविकानगर, टोंक द्वारा आज दिनांक 28 दिसंबर 2020 को ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया | केंद्र प्रभारी अधिकारी डॉ. अशोक बैन्धा ने बताया कि इस शिविर में 37 पशुपालकों ने भाग लिया | केंद्र के डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशुओं के लिए हरे चारे के विकल्प के रूप में पोस्टिक चारे एजोला की विशेषता उपयोगिता तथा एजोला उत्पादन की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी | शिविर में बताया कि एजोला में रिजका की तुलना में अधिक प्रोटीन एवं विटामिन उपस्थित होते हैं तथा एजोला पशुओं को खिलाने से पशुओं के दुग्ध उत्पादन तथा शरीर वृद्धि में सहायक है | शिविर में पशुपालकों को एजोला का वर्चुअल मोड से लाइव प्रदर्शन भी दिखाया गया | केंद्र के डॉ. राजेश सैनी ने पशुपालकों के सवालों के जवाब दिए| केंद्र के अमित चौधरी ने बताया कि शिविर में बाबूलाल सैनी, गणेश चौधरी(आस्था डेयरी फार्म) तथा नारायण लाल यादव प्रगतिशील पशुपालकों ने भाग लिया |