नेपाल के प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानन्द झा शुक्रवार को सांस्कृतिक शिष्ठ मंडल के साथ डिग्गी पहुंचे। जहां सडक के दोनों ओर कतारों में हाथों में तिरंगा लिए सैंकडों विद्यार्थियों एवं प्रबुद्धजनों ने उनकी अगुवानी की। झा ने शिष्ठमंडल में शामिल सदस्यों के साथ विश्वप्रसिद्ध डिग्गी कल्याण मंदिर में श्री जी महाराज के दर्शन किए तथा ढोक लगाकर नेपाल एवं भारत देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच के अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक महावीर प्रसाद शर्मा टोरडी भी मौजूद रहे। मंदिर पुजारी की ओर से झा का स्वागत करते हुए श्रीफल व दुपट्टा भेंट किया गया। झा ने मंदिर व कस्बे के इंतिहास की जानकारी ली। इण्डों-नेपाल समरसता सोशल मिशन यात्रा सांस्कृतिक शिष्ट मंडल के सदस्यों से चर्चा की। झा ने इण्डों-नेपाल के सम्बन्धों में प्रगाढता तथा भारत को पुन: विश्वगुरू के पद पर सुशोभित करने को अपना लक्ष्य बताया। झा ने पहली यात्रा के दौरान यहां की वनस्पति, जलवायु, धर्म, नागरिकों की जीवन शैली, व्यवसाय तथा शिक्षा से जुडी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की तथा प्रसन्नता व्यक्त की।