लोकतंत्र के महापर्व में पंचायतराज के तीसरे चरण में सरपंच व उपसरपंच के लिए सम्पन्न हुए चुनावों में विश्वप्रसिद्ध तीर्थनगरी डिग्गी में मतदाताओं ने सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर मुस्लिम महिला प्रत्याशी को सरपंच के लिए चुनकर गंगा-जमुनी तहजीब का एक अनूठा उदाहरण पेश किया जो अपने आप में एक इतिहास बन गया। इधर सरपंच हलीमा बानो ने भी मिसाल पेश करते हुए धर्म व मजहब से उपर उठकर जीत के तत्काल बाद कल्याण धणी के दर पर पहुंची। जहां शीश झुका कर पांच वर्ष के लिए कस्बे का चंहुमुखी विकास करने में सफल होने का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से नवनिर्वाचित सरपंच हलीमा बानो को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत करते हुए बधाई दी गई। यहां सरपंच चुनकर आई हलीमा बानो ने जाति व धर्म की राजनीति से परे हटकर डिग्गी के चंहुमुखी विकास का भरोसा दिलाया।