उपखंड अधिकारी कार्यालय में चिकित्सा विभाग की मीजल्स रूबेला अभियान को लेकर एसडीएम अजय कुमार आर्य की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, शिक्षा विभाग सीबीओ, आईसीडीएस, सीडीपीओ, आयुर्वेद विभाग के चिकित्सा अधिकारी, प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के अधिकारी मौजूद रहे। एसडीएम ने बीसीएमएचओ डॉ नरेंद्र कुमार से मीजल्स रूबेला अभियान का प्लान जाना कि किस प्रकार से चिकित्सा विभाग अपने कार्य की शुरुआत कर रहा है। उन्होंने बताया की टोंक जिले में ब्लॉक मालपुरा में 49 टीमों का गठन किया गया है। इस माध्यम से सभी सरकारी स्कूल 248, निजी स्कूल 175 व आंगनबाड़ी केंद्र 284 पर 9 माह से 15 वर्ष तक सभी बच्चों को इस अभियान में यह वैक्सीन सरकार की तरफ से निशुल्क जानलेवा बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए लगाया जाएगा। वहीं इस वैक्सीन की बाजार में कीमत लगभग 4 से 5 हजार रुपये का आंकलन है। जो कि अब सरकार के द्वारा नियमित टीकाकरण व अभियान के माध्यम से बच्चों को निःशुल्क लगाया जाएगा। इस अवसर पर डॉ नासिर ने बताया कि यह संक्रामक रोग है जो रोगी द्वारा खांसने व छीकने से बच्चों में फैलता है। जिसके प्रभाव से बच्चों में निमोनिया दस्त व मस्तिष्क ज्वर जैसी घातक बीमारियां उत्पन्न हो जाती है। यह बीमारियां नवजात शिशु व बच्चों की मौत का प्रमुख कारण है। देश मे लगभग 50 हजार बच्चों की मृत्यु प्रतिवर्ष हो जाती है। रूबेला वायरस गर्भवती महिलाओं व उनमें जन्म लेने वाले बच्चें अधिक चपेट में आते है ऐसे बच्चों में बहरापन, नेत्रहीनता, मानसिक कमजोरी हमेशा के लिए विकलांगता पैदा हो जाती है। वही प्रतिवर्ष रूबेला सिंड्रोम से करीब 48 लाख बच्चें इससे प्रभावित होते है। इस अवसर पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जीतराम मीणा ने भी विस्तार से बीमारियों की जानकारी से अवगत कराया। वहीं बीपीएम नमिता ने बताया कि अभियान सभी सरकारी गैर सरकारी निजी स्कूलों मदरसों व आंगनबाड़ी केंद्रों कोचिंग के बच्चों ईट भट्टा पर काम करने वाले के बच्चों सहित सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इस अवसर पर चेयरमैन आशा नामा, सीडी पी ओ शबनम सिद्धकी, शिक्षा विभाग सीबीओ रमाकांत, प्रधानाचार्य गिरधर सिंह, नगर पालिका ईओ सीमा, डॉक्टर पीयूष, डॉक्टर जीतराम, डॉ नासिर, डॉक्टर नरेंद्र, डॉक्टर सुभाष, आयुर्वेदिक विभाग आदि अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।