प्रदेश कांग्रेस के 70 साल के इतिहास में सबसे लंबे समय तक कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बने रहने का रिकार्ड परसराम मदेरणा, गिरधारी लाल व्यास, गिरिजा व्यास के नाम रहा है। इनके बाद सचिन पायलट ऐसे चौथे नेता बन गए हैं, जिनका पीसीसी चीफ के तौर पर कार्यकाल साढ़े चार साल से अधिक हो गया है।आजादी के बाद से लेकर आज तक परसराम मदेरणा ऐसे नेता रहे, जिन्होंने सबसे अधिक लगभग छह साल तक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली। तब वे तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत से टक्कर लेते रहे। उनके बाद अशोक गहलोत ने प्रदेश में पार्टी की कमान संभाली थी। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद वे सीएम बने। उनके बाद अब तक कांग्रेस ने छह प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए हैं। इनमें से सबसे अधिक प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे के पिछले कार्यकाल के दौरान बदले गए थे। पिछली बार भाजपा के सत्ता में आने के बाद नारायण सिंह, बीडी कल्ला और फिर सीपी जोशी को कमान दी गई थी। सीपी जोशी के नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में आई थी। हालांकि तब जोशी अपनी ही सीट से हार गए थे। नरेंद्र मोदी लहर में कांग्रेस 2013 में 21 सीट पर सिमट गई। तब कांग्रेस ने युवा नेता सचिन पायलट को प्रदेश की कमान दी। पायलट का साढ़े चार साल का कार्यकाल 21 जुलाई को पूरा हो गया है। गौरतलब है कि मदेरणा के बाद गिरधारी लाल व्यास सवा पांच साल तक कांग्रेस अध्यक्ष रहने वाले दूसरे और 4 साल 9 माह अध्यक्ष रहने वाली गिरिजा व्यास तीसरे नंबर की नेता रही हैं। अशोक गहलोत के दो बार अध्यक्ष रहने के कार्यकाल को मिला दिया जाए तो वे करीब 7 साल तक अध्यक्ष रह चुके हैं।