यूं तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने व दोषारोपण करने की परम्परा कोई नई बात नहीं है लेकिन कभी कभी खाकी के मानवता वाले कार्य अपने आप में सटीक उदाहरण बन जाते है। कोरोना संक्रमण काल में आमजन को बचाने के लिए जहां पुलिस विभाग को सख्त रवैया अपनाना पड़ता है वहीं कुछ जगहों पर पुलिस विभाग द्वारा किए जाने वाले मानवता पूर्ण कार्यों को देख आम जन के मन में खाकी के प्रति विश्वास व सम्मान और बढ़ जाता है। डिग्गी थानाधिकारी सत्यनारायण चौधरी के नेतृत्व में ऐसा ही मानवता का दृश्य डिग्गी थाना क्षेत्र के चबराना गांव में देखने को मिला जब एक महिला की मृत्यु हो जाने पर ग्राम वासियों द्वारा महिला को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसके दाह संस्कार में सहयोग नहीं किया। जिसके चलते मृतक महिला के परिजनों की सहायता के लिए स्वयं पुलिस को पहल करनी पड़ी। मामले की सूचना मिलते ही डिग्गी थाना प्रभारी सत्यनारायण चौधरी ने मय दल पहुंच महिला के दाह संस्कार में परिजनों का सहयोग किया स्वयं थाना प्रभारी ने हाथ में कुल्हाड़ी थामते हुए दाह संस्कार के लिए लाई गई लकड़ी काटी तथा विधिवत दाह संस्कार करवाया गया। आस-पास के क्षेत्रों में यह खबर तेजी से फैल गई तथा डिग्गी थानाधिकारी सत्यनारायण चौधरी की कार्यशैली की जमकर सराहना की गई तथा उनके मानवतावादी दृष्टिकोण की सर्वत्र प्रशंसा हुई।