केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान में मंगलवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय सिपोजियम का समारोहपूर्वक शुभारंभ हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ भुवनेश कुमार, निदेशक डी आई पी ए एस. डी आर डी ओ. भारत सरकार, नई दिल्ली रहे विशिष्ट अतिथि के रुप में डॉ हबीबुर रहमान, भूतपूर्व उपमहानिदेशक (पशु विज्ञान) आईसीएआर, नई दिल्ली तथा सापी सोसायटी के संरक्षक डॉ एम एल मदन, भूतपूर्व उपमहानिदेशक (पशु विज्ञान) आईसीएआर, नई दिल्ली उद्घाटन समारोह में शिरकत की एवं समारोह की अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ राघवेन्द्र सिंह ने की। मुख्य अतिथि डॉ भुवनेश कुमार, निदेशक डी आई पी ए एस. डी आर डी ओ. भारत सरकार, नई दिल्ली ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आय को दो गगुना करने का जो संकल्प लिया है उसमें संस्थान भी अपना योगदान दे रहा है। संस्थान के वैज्ञानिक रात-दिन मेहनत कर उन्नत तकनीकियों को विकसित कर रहे है जिनका सीधा लाभ किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। संस्थान वर्ष भर में ऐसे कार्यकलाप व संगोष्ठियां, मेले आदि का आयोजन करता है एवं शिविर लगाकर सीधे किसानों से संवाद करता है जिससे इनका लाभ किसानों को मिल सके। इसके लिए समस्त वैज्ञानिकों का धन्यवाद है जो निरंतर किसानो के हित के लिए जुटे हुए है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि किसानो की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसानों को मानसून पर आधारित खेती के साथ-साथ मवेशीपालन पर ध्यान देने की जरूरत है जिससे उनका आर्थिक स्तर उंचा उठ सके। उन्होंने इस अवसर पर संभी वैज्ञानिको द्वारा किए जा रहे शोधकार्यो की सराहना की। संस्थान की ओर से मवेशीपालन केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, पशु उत्पादकता एवं किसानों की आय बढाने के लिये पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने हेतु पशु शरीर क्रिया दृष्टिकोण विषय पर पशु शरीर क्रिया सोसाइटी की 28 वीं वार्षिक कांफ्रेस एवं राष्ट्रीय सिपोजियम सापीकॉन 2020 का आयोजन किया गया उद्घाटन समारोह के उपरोक्त सिपोजियम में विषय विशेषज्ञों के अलावा राज्य सरकार की फैकल्टी, शोधार्थियो, विभिन्न प्रदेशों के वैज्ञानिक एवं केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के वैज्ञानिकों सहित लगभग 200 प्रतिभागी शामिल हुए एवं अपना अनुसंधान कार्य प्रस्तुत किया। उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों को इस अवसर पर पुरस्कृत किया गया। इस राष्ट्रीय सिपोजियम की आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ राघवेन्द्र सिंह, संस्थान के कार्यकारी निदेशक एवं आयोजन समिति के सचिव डॉ विजय कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक मौजूद रहे।