राजपुरा ग्राम पंचायत के सदरपुरा गांव को देशमा ग्राम पंचायत में जोड़े जाने के विरोध में आज सैंकडों ग्रामीणों ने एकत्रित होकर उपखंड कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। डाक बंगले से नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया। बडी संख्या में एकत्रित ग्रामीण महिला पुरुषों ने उपखंड अधिकारी अजय कुमार आर्य को मुख्यमंत्री व पंचायतराज मंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर अवगत करवाया कि राज्य सरकार की मंशानुसार ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का कार्य किया जा रहा है जिसमें आबादी घनत्व के साथ-साथ भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन किया जाएगा। सैंकडों ग्रामीणों की ओर से सौंपे गए हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन में तर्क दिया गया है कि सदरपुरा से देशमा की दूरी 9 किमी है जबकि बृजलाल नगर की दूरी 2 किमी है। ग्राम सदरपुरा व बृजलाल नगर दोनों गांव नगरपालिका पेराफैरी एरिया में आते है तथा भू रूपान्तरण सम्बन्धी समस्त कार्य नगरपालिका मालपुरा में सम्पादित होते है। सदरपुरा की अधिकांश जमीन बृजलाल नगर तन में आती है व गांव का पटवार क्षेत्र भी यही है, जबकि इसे देशमा में सम्मिलित किए जाने पर राजस्व सम्बन्धी कार्यो के लिए तहसील कार्यालय डिग्गी में जाने से ग्रामीणों को भारी सामना करना पडेगा। सदरपुरा के ग्रामीणों ने यह भी तर्क दिया कि ग्रामवासियों का अधिकतर जीवन कृषि, मजदूरी व कारीगरी पर आधारित है तथा बृजलाल नगर क्षेत्र में कृषि मंडी, रिको एरिया सहित नवीन आवासीय कॉलोनियों के निर्माण कार्य सम्पादित होते है। ग्राम सदरपुरा से न्यूनतम दूरी पर स्थित बृजलाल नगर से पंचायत समिति, तहसील, उपखंड कार्यालय, जलदाय विभाग, विद्युत विभाग, कृषि उपज मंडी, क्रय-विक्रय सहकारी समिति सहित अन्य सरकारी कार्यालय, अस्पताल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं वाले सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय स्थित है। ग्रामीणों की ओर से सभी तर्को के मद्देनजर ग्राम पंचायत सदरपुरा को ग्राम पंचायत देशमा में ना जोडकर नवगठित बृजलाल नगर में जोडे जाने को आवश्यक, सुविधाजनक व न्यायसंगत बताया है। इससे पूर्व डाक बंगले में एकत्रित हुए ग्रामीणों को उपजिला प्रमुख एडवोकेट अवधेश शर्मा, पूर्व उपप्रधान गोपाल गुर्जर, मंशाराम, सहित अन्य ने सम्बोधित किया।