बुराईयों का त्याग करने के संकल्प के साथ दो दिवसीय सेमीनार का समापन

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जिला गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद टोंक के तत्वाधान में शनिवार को इतिहास एवं विकास के द्वंद से जूझता गुर्जर समुदाय विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय गुर्जर गौरव सेमिनार का समापन समारोह केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर के सभागार में आयोजित हुआ। समापन सत्र में डॉ.महीपाल सिंह पूर्व आईईएस, के पी सिंह गुर्जर पूर्व एमडी बीएसएनएल दिल्ली, डॉ.राकेश राणा, समाजशास्त्री गाजियाबाद, डॉ.धर्मवीर सिंह मेरठ, रामचंद्र पटेल अमरोहा, डा.रईस अहमद चंदेल अमेठी, सत्यनारायण गुर्जर खाद्य सुरक्षा अधिकारी टोंक, देवनारायण गुर्जर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखंड भारत गुर्जर महासभा मौजूद रहे। अतिथियों ने गुर्जर समाज वर्तमान में रूढिवादिता, अंधविश्वास, सामाजिक परम्पराओं के निर्वहन सहित कई सामाजिक बुराईयों को दूर करने की आवश्यकता जताई। जिला गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद टोंक के जिलाध्यक्ष बी. एल. गुर्जर ने बताया कि दो दिवसीय सेमिनार में गुर्जर इतिहास भारत राष्ट्र का गौरवपूर्णइतिहास, पाखंड, आडम्बर, अंधविश्वास, रूढिवादिता व सामाजिक कुरूतियों से जूझता गुर्जर समाज व इसका समाधान, गुर्जर समुदाय में शिक्षा, बालिका शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का संकट एवं समाधान, गुर्जर युवाओं की दशा व दिशा, मनोदशा, गुर्जर इतिहास के नायक हमारे प्रेरक गुर्जर, समाज की एकता व एकीकरण की समस्या एवं संभावनाएं सहित कई बिन्दुओं पर देशभर से आए गुर्जर समुदाय के इतिहासकार, शिक्षाविद्, सोशलिस्ट, समाज सुधारक, विचारक, समाजसेवी, प्रोफेसर, अधिकारी-कर्मचारी, लेखक पत्रकारों ने अपने विचार रखे। समारोह में शेर अली चेची, वसीम चौहान कैराना, डॉ.यतेन्द्र कटारिया अमरोहा, शेषराज पंवार सहारनपुर, विजेन्द्र कसाना दिल्ली, डॉ.लीलाराम, फारूख खारी सहित अन्य मौजूद रहे।
सेमिनार में कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों के विद्वान बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

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