आधार कार्ड में पता बदलना अगले साल से आसान हो जाएगा। इससे उन लोगों को सहूलियत मिलेगी, जिनके पास पता बदलने के लिए जरूरी कागजात नहीं होते। यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के मुताबिक, ऐसे लोगों को चिट्ठी के जरिए पासवर्ड भेजा जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट पर एक जनवरी 2019 से काम शुरू होगा। एक अप्रैल 2019 से इसे लागू कर दिया जाएगा। अथॉरिटी के मुताबिक, नई व्यवस्था की जरूरत इसलिए है क्योंकि किराए पर रहने वाले लोग या दूसरे शहरों और राज्यों में रोजगार के लिए जाने वाले मजदूर आधार में पता अपडेट नहीं हो पाने की दिक्कत से जूझते हैं। मौजूदा व्यवस्था के मुताबिक, दो तरह से आधार में पता बदला जाता है। एक तरीका ऑनलाइन और दूसरा आधार केंद्र पर जाकर पता बदलने का है। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत 35 मान्य एड्रेस प्रूफ जैसे बैंक पासबुक, पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि में से किसी एक को स्कैन कर अपलोड करना होता है। इसके बाद आधार में पता बदल जाता है। ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए आधार के पास आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होना जरूरी है। दूसरे तरीके के तहत आधार के अधिकृत केंद्रों पर जाना होता है। वहां दिए गए टाइम स्लॉट पर हाजिर होकर एड्रेस प्रूफ बताना होता है। इसके बाद दोबारा से बायोमैट्रिक्स लिया जाता है और नए पते पर नया आधार कार्ड भेज दिया जाता है।नई व्यवस्था के तहत लोगों को एड्रेस वेरिफिकेशन के लिए आधार की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। उन्हें चिट्ठी के जरिए मौजूदा पते पर एक पासवर्ड भेजा जाएगा। पासवर्ड मिलने के बाद आधार सेल्फ सर्विस अपडेट पोर्टल पर लॉगइन कर चिट्ठी के जरिए आया पासवर्ड वहां डालना होगा। इसके बाद पता बदल जाएगा। जिस तरह डेबिट और क्रेडिट कार्ड के पिन घर के पते पर भेजे जाते हैं, आधार की व्यवस्था भी वैसी ही होगी। इस व्यवस्था के साथ आधार केंद्र पर जाकर पता बदलवाने का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा।