पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र अविकानगर, टोंक में सोमवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत दो दिवसीय वैज्ञानिक पशुपालन एवं प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। केंद्र प्रभारी अधिकारी डॉ.अशोक बेंदा ने बताया कि इस शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि बद्री लाल चौधरी, महामंत्री भारतीय किसान संगठन द्वारा किया गया। शिविर के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि का स्वागत कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार तोमर निदेशक केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान द्वारा साफा पहनाकर किया गया तथा केंद्र प्रभारी अधिकारी डॉ. अशोक बेंदा द्वारा निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर का स्वागत माल्यार्पण व बुके देकर किया गया। डॉ. दीपक गिल द्वारा कार्यक्रम मंच संचालक के रूप में सभी अतिथियों का स्वागत किया। निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर ने वैज्ञानिक पशुपालन एवं प्रबंधन के बारे में आधारभूत जानकारी पशुपालकों को दी विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. अनिल परतानी (वरिष्ठ पशु चिकित्सा एवं नोडल अधिकारी मालपुरा) द्वारा पशुओं के रखरखाव विषय पर व्याख्यान दिया गया। विषय विशेषज्ञ डॉ. एसएस मिश्रा (प्रधान वैज्ञानिक पशु आनुवंशिकी एवं प्रजनन विभाग केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान) द्वारा बकरी पालन विषय पर विस्तार से व्याख्यान दिया गया। इस शिविर में केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. सत्यवीर सिंह डांगी तथा डॉ. अजीत सिंह महला भी उपस्थित रहे। शिविर में केंद्र के डॉ. दीपक गिल, डॉ. राजेश सैनी, डॉ. नरेंद्र चौधरी तथा अमित चौधरी ने भी भागीदारी निभाई शिविर के प्रथम दिन 30 पशुपालकों ने शिविर का लाभ उठाया।