घट स्थापना के साथ ही बुधवार से शारदीय नवरात्रा का शुभारम्भ हुआ। भक्ति के साथ ही शक्ति की पूजा के लिए उचित मुहुर्त में घट स्थापना की गई। मंदिरों व देवालयों में घंटाध्वनि के साथ ही पूजा-अर्चना का दौर शुरू हुआ। क्षेत्र के समस्त शक्तिपीठों एवं हनुमान मंदिरों में भक्तों द्वारा घटस्थापना की गई। नवरात्रा शुभारम्भ के अवसर पर घाटी बालाजी सेवा समिति के तत्वाधान में 12वीं विशाल पदयात्रा बुधवार को सुबह मालपुरा से रवाना हुई। यात्रा प्रभारी रामबाबू जांगिड ने बताया कि आदर्श नगर बालाजी मंदिर से पदयात्रा रवाना हुई। ध्वज की विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात पदयात्रा रवाना हुई जो शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए रवाना हुई। पदयात्रा का शहर में जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। पदयात्रा में शामिल युवाओं ने भारी उत्साह दिखाया तथा डीजे की धुनों पर नाचते-गाते व बालाजी के जयकारे लगाते हुए मालपुरा से घाटी के लिए रवाना हुए। पूर्व डीआर व किसान नेता छोगालाल गुर्जर व संयोजक रामवतार कडीला ने बताया कि नवरात्रा के अवसर पर घाटी बालाजी की प्रतिमा को 11 किलो चांदी के आभूषणों से श्रृंगारित किया गया। झांकी के दर्शनों के लिए भारी संख्या में दशनार्थी उमडे। जैन ने बताया कि नवरात्रा स्थापना के साथ ही घाटी बालाजी मंदिर में पं. रमेश शास्त्री टोरडीवालों के नेतृत्व में पंडितों द्वारा प्रतिदिन वाल्मिकी रामायण के पाठ किए जा रहे है। जिससे मंदिर सहित आस-पास के क्षेत्र में सम्पूर्ण वातावरण में आध्यात्मिकता छाई हुई है। क्षेत्र के प्रसिद्ध शक्तिपीठ सिन्धौलिया माता मंदिर, चांदसेन, ऊन की माताजी मंदिर, चावण्डा माता मंदिर नगर सहित अन्य स्थानों पर घटस्थापना की गई।