Archaeological department team investigates coins seized by policeपचवेर कस्बे के एक मकान को तोड़ते समय बरामद हुए ब्रिटिश कालीन सिक्को को जप्त करने के बाद पुरातत्व विभाग जयपुर की टीम ने रविवार को उन सिक्को की जांच करने के बाद उन्हें पुरामहत्व के मानते पुलिस से खुर्द-बुर्द हुए सिक्को की बारामदगी के साथ ही जिस पात्र में सिक्के रखे थे उस पात्र को भी बरामद करने की पुलिस से मांग की। थानाधिकारी राजेश मीेणा ने बताया कि कस्बे के भडकायल्या के चौक स्थित गोपाल लाल शर्मा के कच्चे कक्ष को तोड़ा जा रहा था। इस दौरान वहां किसी पात्र में रखे चांदी के ब्रिटिश कालीन सिक्के प्राप्त होने की बात कस्बें में आग की तरह फैल गई। सूचना पुलिस तक पहुंची तो थानाधिकारी मय जाप्ता गोपाल लाल शर्मा से मिले तथा पूरी जानकारी प्राप्त की। इस पर गोपाल लाल ने पुलिस को ब्रिटिश कालीन तीन शासको के सन् 1862 से 1920 तक की काल अवधि के 120 सिक्के बरामद होने की जानकारी देने के साथ ही उन्हे पुलिस के सुपुर्द कर दिए। पुलिस ने जप्त धरोहर की जानकारी जयपुर स्थित राजस्थान पुरातत्व विभाग को दी। इस पर रविवार को मनोज कुमार द्विवेदी सहायक अधीक्षक पुरातत्व विभाग के नेतृत्व में एक टीम पहुंची। जिसने उस खण्ड़हरनुमा कच्चे कक्ष का अवलोकन करने के साथ ही पुलिस द्वारा जप्त 120 पुरामहत्व के सिक्को का भी गम्भीरता से जांच की। इस पर टीम ने पाया कि सिक्को पर तांबा धातु के अवशेष भी प्राप्त हो रहे हैं। इससे या तो सिक्के जिस पात्र में रखे होगें वह तांबा पात्र रहा होगा या सिक्को के साथ कोई तांबे की वस्तु रही होगी। पुरातत्व विभाग के सहायक अधीक्षक द्विवेदी ने बताया कि 100 वर्ष से अधिक पुरानी वस्तु खुदाई में प्राप्त होती हैं तो उसे पुलिस के सुपूर्द करना चाहिए, क्योकि यह सम्पत्ति पुरातत्व विभाग की धरोहर है। इसे संग्राहलयो में सुरक्षित रखा जाता है। इस दौरान पुरातत्व विभाग के डा० गोविन्दसिंह मीणा सह अधीक्षक पुरातत्व विभाग तथा रविन्द्र प्रसाद माथुर वरिष्ट छायाकार पुरातत्व विभाग जयुपर भी उपस्थित रहे। थानाधिकारी मीणा ने बताया कि गोपाल लाल द्वारा उपलब्ध कराए गए सिक्कों की संख्या 120 हैं। जबकि सूत्रो द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इनकी संख्या अधिक बताई जा रही है। उन्हें बरामद करने के साथ ही उस पात्र को भी बरामद करने का प्रयास किया जाएगा जिसमें सिक्के रखे हुए प्राप्त हुए थे।