सेवाभारती समिति,गीता प्रचार मंडल और वाल्मीकि युवा मंडल मालपुरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय सत्संग आयोजन के मध्य शरद्पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार दिनांक 31 अक्टूबर को शिवमन्दिर वाल्मीकि बस्ती टोडारोड मालपुरा में रामायण के रचयिता आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जयंती समारोह के मुख्य अतिथि पूज्य संत श्री रामशरण दास जी महाराज (लक्ष्मणदास जी की बगीची मालपुरा), विशिष्ट अतिथि श्री ब्रह्मप्रकाश जी महाराज (संत श्री दुर्गाराम जी निरंजनी आश्रम मालपुरा),सत्संग आनंद दास जी महाराज(गीता प्रचारक) तथा श्री गोविन्द नारायण जी विजय (समाजसेवी) रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय वरिष्ठजन श्री प्रभातीराम जी महाराज ने की। कार्यक्रम का संचालन वैद्य रमेशचंद्र शर्मा,स्वागतभाषण शशि गोयर और धन्यवाद ज्ञापन मधुसूदन पारीक (अध्यक्ष,सेवाभारती मालपुरा) तथा अतिथि स्वागत सम्पत गोयर, ओमप्रकाश गोयर,रामचरण गोयर,भागचंद गोयर,अमन गोयर(सभी वाल्मीकि बस्ती) सत्यनारायण गोवला, रामगोपाल शर्मा, बालमुकुंद बाहेती, गिरिराज दहिया,फूलचंद सैनी,शंकर सैनी,सतीश सोगानी (सभी सेवाभारती) आदि द्वारा किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि संत श्री रामशरण दास जी ने महर्षि वाल्मीकि जी का जीवन परिचय तथा रामायण का महत्व बताया,श्री ब्रह्मप्रकाश जी ने सत्संग से ही मनुष्य जीवन की सफलता एवं श्री सत्संग आनंद दास जी ने सत्संग मनुष्य जीवन के लिए क्यों आवश्यक है? इन विषयों पर प्रकाश डाला। वाल्मीकि जयंती समारोह के इस अवसर पर मंदिर और मंच की सुंदर सजावट सहित सभी व्यवस्थाओं में वाल्मीकि युवा मंडल मालपुरा का सराहनीय योगदान रहा। तथा वाल्मीकि बस्ती के महिला-पुरूषों सहित शहर से भी बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति रही,जिस पर सेवाभारती समिति मालपुरा ने धन्यवाद, आभार और साधुवाद व्यक्त किया। सर्वे भवन्तु सुखिन:……इस मंत्र का सामूहिक उच्चारण करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया और इसके बाद व्यासपीठ से नियमित चल रहा सत्संग सभी श्रद्धालुओं ने सुना। सतसंग के पश्चात् सेवाभारती और वाल्मीकि युवा मंडल मालपुरा द्वारा आगंतुक श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।