तीर्थनगरी डिग्गी में पेयजल समस्या को लेकर महिलाओं का गुस्सा फूट पडा तथा बडी संख्या में एकत्रित महिलाओं ने जलदाय विभाग के कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं में पेयजल समस्या को लेकर इतना आक्रोश था कि कुछ महिलाएं विरोध प्रदर्शन को लेकर टंकी पर चढ गई जिन्हें काफी समझाईश के बाद नीचे उतारा गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची चौकी पुलिस के इंचार्ज सत्यनारायण चौधरी व कमलेश नामा ने महिलाओं से समझाईश कर टंकी से नीचे उतारा। जलदाय विभाग के कार्यालय पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बताया कि सर्दी के दिनों में भी अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही से पीने के पानी का संकट बना हुआ है। कई मौहल्लों में तो महज दस से पन्द्रह मिनट तक की पानी की आपूर्ति की जा रही है जो पीने तक के लिए पर्याप्त नहीं है ऐसे में आखिर महिलाएं घर का काम करे अथवा अन्य स्त्रोतों के माध्यम से पानी लाए। महिलाओं व नागरिकों ने बताया कि कई मौहल्लों में खारे व फ्लोराईड युक्त पानी की आपूर्ति की जा रही है जो पीने के योग्य नहीं है। गुस्सायी महिलाओं ने जलदाय विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। महिलाओं ने टंकी पर चढकर अपना विरोध जताते हुए बताया कि दो दिवस में पेयजल सकंट की समस्या के समाधान पर ध्यान नहीं दिया गया तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी विभाग व प्रशासन की होगी। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत समिति सदस्य उपचुनाव के दौरान करीब सात दिन तक मीठा पानी दिया गया लेकिन इसके बाद से लगातार खारे पानी की आपूर्ति की जा रही है जिसके लिए बार-बार अधिकारियों को कहने के बावजूद अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रैंग रही है। वहीं किरावल बांध के लिए करीब 63 लाख रूपए स्वीकृत किए गए थे जिसका कार्य आज तक रूका हुआ है। इस मामले को 11 माह बीत चुके है लेकिन आज तक कोई कार्य शुरू नहीं करवाया गया है। खास बात यह रही कि करीब दो घण्टे तक चली इस घटना के बावजूद जलदाय विभाग का कोई अधिकारी-कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा जिसके चलते महिलाओं व आमजन का गुस्सा परवान पर चढ गया। चौकी इंचार्ज ने जैसे-तैसे कर महिलाओं व आमजन से समझाईश कर मामला शांत करवाया।