केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में राजस्थान के अपोलो, अरावली एवं माहत्मा ज्योतिबा फूले वेटरनरी कॉलेज के 40 से ज्यादा इंटरनशिप स्टूडेंट्स के सांथ संवाद कायम किया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स के तीन बैच को राष्ट्रीय केमल अनुसन्धान केंद्र बीकानेर के निदेशक डॉ. ए. साहू द्वारा वर्तमान में राष्ट्रीय पशुधन संपदा का उपयोग करते हुए नई लाइवस्टॉक्स आधारित स्टार्टअप की असीमित रोजगार पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि पशुओं के मुख्य उत्पाद को फोकस करते हुए आप किस प्रकार से पशुपालन उद्यमिता के माध्यम से अपने रोजगार को पाने के साथ ही दूसरे लोगों को भी रोजगार प्रदान कर सकते हैं, जिसकी आज के समय में सबसे ज्यादा आवश्यकता है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर ने डॉ. साहू का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आपके द्वारा दिये गए मार्गदर्शन से इंटरनशिप स्टूडेंट्स लाभान्वित होंगे और आने वाले समय में किसान एवं संस्थान के बीच अच्छे तालमेल से किसानों की आजीविका बढाने मे सहायक सिद्ध होंगे। संस्थान के मीडिया प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अमरसिंह मीना ने जानकारी देते हुए बता कि कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजीव कुमार ने मुख्य अथिति डॉ. ए. साहू की संस्थान के विभिन्न विषयों के वैज्ञानिक टीम के साथ इंटरनशिप स्टूडेंट्स का संवाद करवाया। कार्यक्रम में विभाग अध्यक्ष डॉ. रणधीर सिंह भट्ट, डॉ. गणेश जी. सनावाने, डॉ. अजय कुमार, डॉ. लीलाराम गुर्जर समेत अन्य डिवीजन के वैज्ञानिक उपस्थित रहे।