सम्पूर्ण उपखंड क्षेत्र में रविवार को इन्द्रदेव मेहरबान दिखाई दिए तथा पचेवर, टोरडी, डिग्गी, लावा, लाम्बाहरिसिंह अंचल में बारिश का दौर जारी रहा। सुबह 7 बजे शुरू हुआ बारिश का दौर दोपहर 12 से 1 बजे तक जारी रहा। लगातार पांच घण्टे तक कभी रिमझिम तो कभी तेज हवाओं के साथ बरसात का दौर लगातार चलता रहा। लगातार बारिश होने के चलते चारों ओर पानी ही पानी हो गया। घरों के बाहर, गली, मौहल्लों में नाले उफान पर आ गए तथा पानी बह निकला। लगातार गर्मी, उमस व चिपचिपाहट से परेशान लोगों को बारिश ने राहत प्रदान की तथा बारिश के चलते तापमान में गिरावट होकर वातवारण में ठंडक हो जाने से राहत महसूस हुई। प्रदेश में मानसून के आगमन के बाद से ही क्षेत्र में छितराई बारिश का दौर शुरू तो हो गया लेकिन एक साथ चारों ओर बारिश नहीं होने से उमस व गर्मी का प्रकोप बढ रहा था। रविवार को इन्द्रदेव ने मेहरबान होकर समस्त क्षेत्रवासियों को राहत प्रदान की। तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश में शुरूआती दौर में तो वेग इतना तेज रहा कि सडकों पर चल रहे दुपहिया वाहन चालकों को अपने-अपने वाहनों को सडक किनारे खडा करने को मजबूर होना पडा तथा भारी वाहनों को दिन में ही अपनी हैड लाइटस ऑन करनी पडी। तेज हवा के साथ हुई तेज बारिश से दस मीटर से कम दूरी तक की चीजे भी दिखना बंद हो गया जिससे चोपहिया वाहन चालकों को भी अपने वाहन रोकने पडे। लगातार हुई बारिश से नाले उफान पर आ गए तथा चंहुओर पानी ही पानी हो गया। मानसून की पहली तेज बरसात से जलाशयों एवं बांधो में भी पानी की आवक शुरू हुई। इधर बुवाई कर चुके किसानों ने भी अच्छी बरसात के बाद राहत की सांस ली तथा खेतों में बीज व बुवाई बेकार होने के अंदेश से राहत मिली। अच्छी बरसात से किसानों के चहरे खिल गए तथा अच्छी फसलों की कामना की गई।