उदयपुर में कन्हैया लाल दर्जी की निर्मम हत्या के विरोध में शुक्रवार को मालपुरा शहर के बाजार पूरी तरह बंद रहे। सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों की ओर से एक दिन पूर्व ही बैठक आयोजित की गई थी जिसमें घटना की कडे शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को कडी से कडी सजा दिलाए जाने की भी मांग की गई थी तथा सभी ने शुक्रवार को मालपुरा बंद रखे जाने का आह्वान किया था। शहरवासियों ने बंद में जबरदस्त सहयोग किया। मेडिकल अस्पताल व अन्य आवश्यक सेवाओं को छोडक़र संपूर्ण बाजार बंद रहे। बंद हर मायने में ऐतिहासिक रहा। सभी लोगों ने स्वत: स्फूर्त अपनी दुकानें बंद रखी। इस दौरान चाय पान आदि की दुकानें भी पूरी तरह बंद रही। मालपुरा बंद को विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों का अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हुआ। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना अधिकारी कैलाश विश्रोई के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमों ने कस्बे का दौरा किया तथा स्थिति पर नजर बनाए रखी। इस दौरान सभी प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा। शुक्रवार को सभी व्यापारिक, निजी शिक्षण संस्थानों, सहित सामाजिक संगठनों ने बंद को समर्थन दिया। आमजन, दिहाडी मजदूर व हाथथैला यूनियन, फल-सब्जी व्यापारी, चाय-रेस्टोरेंट संचालकों ने भी बंद में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई जिसके चलते बंद पूरी तरह से सफल दिखाई दिया। दिन भर शहर में सन्नाटा पसरा रहा तथा बाजारों में माहौल सुनसान रहा। बंद के आह्वान को देखते हुए पुलिस तंत्र पूरी तरह सक्रिय नजर आया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों में एएसपी राकेश बैरवा, एसडीएम आर के वर्मा, थानाधिकारी कैलाश विश्रोई, तहसीलदार जी आर बैरवा सहित अन्य ने दिन भर शहर में गश्त की तथा सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखा। शहर के प्रमुख चौराहों, गली-मौहल्लों एवं संवेदनशीलता के मद्देनजर शहर भर में अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया है तथा ड्रोन आदि के जरिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। बार ऐशोसिएशन ने भी बंद को अपना समर्थन दिया तथा दिन भर के लिए न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया।