शहर के बीचों-बीच स्थित ब्रम्हा सरोवर क्षेत्र के संरक्षण व विकास कार्यो की मांग को लेकर प्रबद्धजनों का एक प्रतिनिधिमंडल पालिकाध्यक्ष आशा नामा से मिला तथा मामले से अवगत करवाया जिस पर पालिकाध्यक्ष नामा ने भरोसा दिलाया कि शहरवासियों की मंशानुरूप सरोवर के संरक्षण व विकास की योजना तैयार की जाएगी। छत्रेश्वर महादेव समिति एवं समस्त मालपुरा के नागरिकगण व प्रबुद्धजन ने अवगत करवाया कि आने वाले समय में मालपुरा नई पहचान के रूप में उभर कर आ रहा है तथा ब्रह्मसरोवर तालाब मालपुरा की शान है। ऐसे में छत्रेश्वर महादेव मंदिर जो कि काफी जीर्ण शीर्ण अवस्था में हो चुका है जिसका जीर्णोद्धार 1953 में जिला बोर्ड टोंक द्वारा करवाया गया था के मूल गर्भ ग्रह व मंदिर में लाल पत्थर का नक्काशीदार कार्य करवा कर मंदिर को मजबूती प्रदान की जावे। छत्रेश्वर महादेव मंदिर के सामने एक सिंह द्वार का विशाल व भव्य निर्माण करवाए जाने, सिंह द्वार के दोनों ओर तालाब में रंगीन म्यूजिकल फव्वारे सौंदर्यीकरण के लिए लगवाए जाने, छत्रेश्वर महादेव मंदिर से चमत्कारेश्वर हनुमान मंदिर हनुमान वाटिका में जाने के लिए तालाब में पुल अथवा ब्रिज का निर्माण करवाए जाने, हनुमान वाटिका में काफी दिनों से बंद पड़ी हाई मास्क लाइट को सुचारू रूप से चलाए जाने, चमत्कारेश्वर हनुमान वाटिका में लगे हुए सभी पेड़ पौधे घास के लिए स्प्रिंकलर सिस्टम एवं पानी की मोटर की व्यवस्था कराए जाने, हनुमान वाटिका में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले-चकरी एवं ओपन जिम लगाने की व्यवस्था की जाए जिससे लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो व बच्चों के मनोरंजन की व्यवस्था किए जाने, पर्यटन को भी बढ़ावा देने के लिए तालाब क्षेत्र में नगर पालिका द्वारा मोटर बोट चलाने की व्यवस्था किए जाने, तालाब क्षेत्र में एक स्थाई पुलिस चौकी का निर्माण करवाए जाने तथा सीसीटीवी कैमरे इत्यादि लगवाए जाने की मांग की जिससे अवैध मछलियों एवं अन्य जलीय जीवो का शिकार व असामाजिक तत्वों द्वारा होने वाली गतिविधियों पर रोक लग सके। महाराणा प्रताप मार्ग के सभी खंबो की लाइटें सुचारू रूप से शुरू करवाए जाने, स्थानीय विधायक द्वारा घोषणा किए गए महादेव मंदिर में यात्री विश्राम गृह का निर्माण करवाए जाने, क्षेत्र को स्वच्छ पानी की झील के रूप में विकसित किए जाने, महाराणा प्रताप छत्रेश्वर महादेव मंदिर में आए थे ऐसे प्रमाण इतिहास में मिलते हैं इसलिए महाराणा प्रताप की एक विशालकाय प्रतिमा इस क्षेत्र में संगीतमय फव्वारों के साथ लगाए जाने, मिट्टी के कटाव के स्थाई समाधान हेतु रोड के दोनों ओर पत्थर से पैच वर्क का कार्य करवाए जाने, चमत्कारेश्वर हनुमान मंदिर जाने वाले मार्ग को बरसात से पूर्व ही चौड़ा व सही करवाए जाने, तालाब क्षेत्र में रोड के दोनों और सघन वृक्षारोपण का कार्य करवाए जाने, संपूर्ण तालाब क्षेत्र में आने वाले गंदे नालों का पानी बंद करवाए जाने, तालाब क्षेत्र में उगे हुए बंबूलो को बरसात से पहले साफ करवाए जाने, तालाब में प्रवासी पक्षियों के आगमन को देखते हुए तालाब को गहरा करवाए जाने, तालाब क्षेत्र में चारों ओर फेस वाल का निर्माण करवाए जाने, तालाब की स्वच्छता व सुंदरता को कायम रखने के लिए नालों की गंदगी एवं कूड़ा करकट तालाब में आने से रोकने की व्यवस्था किए जाने, तालाब में पानी की आवक के नालों को खुलवाए जाने की मांग की गई है।