मालपुरा नगरपालिका एवं दशहरा महोत्सव समिति के संयुक्त तत्वाधान में दशहरे की पूर्व संध्या पर सुभाष सर्किल पर विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के ख्यातिनाम कवियों ने एक से बढकर एक कविताओं का काव्यपाठ कर उपस्थित जनसमूह का भरपूर मनोरंजन करते हुए श्रेष्ठ रचनाओं पर दाद पाई। कवि सम्मेलन में उपजिला प्रमुख एडवोकेट अवधेश शर्मा, पालिका उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम सैनी एवं डॉ.राकेश जैन ने अतिथियों के रूप में शिरकत की। अतिथियों एवं कवियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। समिति अध्यक्ष एडवोकेट रवि कुमार जैन, कवि सम्मेलन संयोजक अवधेश शर्मा सहित सदस्यों ने कवियों एवं अतिथियों का केसरिया दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया। राष्ट्रीय कवि कैलाश मंडेला-शाहपुरा, राजकुमार बादल, गौरव-चौहान-इटावा-मध्यप्रदेश, अमित शर्मा-नोएडा, कवियत्रि माधुरी किरण-छतीसगढ, आनन्द रत्तू, अंदाज हाडौती-कोटा, भूपेन्द्र राठौड-कोटा, रामू हठीला-मन्दसौर, कौशल कौशलेन्द्र मालपुरा ने सम-सामयिक विषयों पर एक से बढकर एक कविता पाठ कर देर रात तक समां बांधे रखा। भूपेन्द्र राठौड व रमाकांत पाठक ने मंच संचालन किया। कवियत्री माधुरी किरण ने मां शारदे की वंदना से कवि सम्मेलन का शुभारम्भ किया। कवि भूपेन्द्र राठौड ने ओजस्वी शैली में कार सेवक पर कोई आकर गंगाजल छिडक देता, कौई मौलवी यदि लाल किले पर आकर वन्देमातरम कह देता रचना पढी जिस पर उपस्थित जनसमूह से भरपूर तालियां बटोरी। कवियों ने पाकिस्तान, चीन, राजनेताओं व बाबाओं सहित पुलिस पर जमकर कविताओं के माध्यम से सटीक कटाक्ष कर जनता को गुदगुदाया। कवि कौशल कौशलेन्द्र ने हजारों जातियां और पंथ है भारत में लेकिन तिरंगे के तले हर एक दिल है हिन्दुस्तानी, जय न हुआ किसान, जय न हुआ जवान-देश बदहाल व राजनीति देख बेहाल हुआ इंसान, हमने अपनी वीरता को इतना महान कर दिया-राजस्थान को भारत का अभिमान कर दिया। कैलाश मंडेला ने माना दिल्ली-मुम्बई पटना भारत मां की शान है-राजस्थानी वीरों से ही कायम हिन्दुस्तान है, कवि अमित शर्मा ने 56 इंच सीना है तो अब साहस भी दिखला दो-भाषणबाजी छोड दो मोदी जी अब आर-पार की बात करो सरीखी कविता पाठ कर श्रोताओं की जमकर दाद पाई।