राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर की ओर से संचालित पशु विज्ञान केंद्र, अविकानगर, टोंक द्वारा तीसरे आत्मा योजना अंतर्गत दो दिवसीय संस्थागत पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया | शिविर के प्रथम दिन डॉ. अनिल परतानी (वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, मालपुरा) ने पशुओं के रखरखाव, पशुओं को सर्दियों में बचाने के तरीके तथा सर्दियों में होने वाले विभिन्न रोगों पर विस्तार से जानकारी दी वही चेतन कुमार गुप्ता (सहायक कृषि अधिकारी) ने पशुपालकों को पशुओं के लिए चारा प्रबंधन पर जानकारी देते हुए चारे के संरक्षण की विधियां बताइ | शिविर में डॉ. एस.सी. शर्मा ने पशुपालन से संबंधित विभिन्न नवीन तकनीकों के बारे में बताया | केंद्र के डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशुओं के लिए एजोला सदाबहार हरे चारे की महत्वता बताइ | पशुपालकों को कन्हैया लाल मीणा (वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी) तथा केंद्र के डॉ. राजेश सैनी ने आंवला व विभिन्न घासो के फार्म का भ्रमण करवाया | शिविर के प्रथम दिन 30 पशुपालक लाभान्वित हुए |