मालपुरा उपखंड के ग्राम पंचायत चांदसेन की चरागाह भूमि ईको डेरा के सामने मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद सदस्य टोंक डॉ.सौम्या झा ने ग्राम पंचायत की ओर से बनाई गई पौधशाला व उसमें लगे हजारों पौधों का निरीक्षण किया तथा ग्राम पंचायत के पुराने भवन व आज के वर्तमान भवन की स्थिति को देखकर सरपंच मीणा की सराहना की। इस दौरान मालपुरा विकास अधिकारी सतपाल कुमावत, ग्राम विकास अधिकारी बीरबल खीचड़, सहित अधिकारीगण एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
अपने उत्पाद, ब्रांड या प्रतिष्ठान के प्रचार-प्रसार हेतु अखबार व वेबसाइट पर विज्ञापन देने हेतु संपर्क करे
करंट की चपेट में आने से 24 वर्षीय युवक की मौत
लगातार हो रही बारिश के चलते करंट की चपेट में आने से 24 वर्षीय युवक की मौत की मौत हो गई। डिग्गी थाना क्षेत्र के कलमंडा गांव की घटना बताई जा रही हैं,प्राप्त जानकारी अनुसार पानी की मशीन लगाने के दौरान हादसा हुआ जहा युवक के करंट आने के पश्चात परिजन अचेत अवस्था में युवक को मालपुरा अस्पताल लेकर पहुंचे,जहां चिकित्सक ने युवक को मृत घोषित कर दिया वही परिजन बिना पोस्टमार्टम करवाएं शव को ले गए।
यह भी देखे :- बारिश से हुए नुकसान से पीडीत परिवारों को राहत मिले – विधायक चौधरी
आवारा पशु बन रहे सडक़ों पर दुर्घटना का कारण
कारण आवारा पशुओं के विचरण के लिए अब कोई जगह न होने से सडक़ों पर खड़े रहते हैं। मालपुरा में सभी सडक मार्गो पर आवारा पशु खड़े दिखाई देते हैं ऐसा ही नजारा खेल मैदान सैयद क्लब के सामने टोडा रोड पर दिखाई दिया। पशुओं के खड़े रहने के कारण आवागमन तो बाधित होता ही है साथ ही दुर्घटना का अंदेशा भी बना रहता है। आवारा पशुओं के जमावड़े को लेकर लोगों ने अन्यत्र भेजने की मांग की है।
यह भी देखे :- सावन के माह में आने वाले त्यौंहारों की मिठाईयों में घेवर का विशेष महत्व
जर्जर होते महाविद्यालय भवन में भविष्य गढ़ रहे विद्यार्थीं, जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में
एक ओर शिक्षा को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं मालपुरा का एक मात्र सरकारी महाविद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. कॉलेज के जर्जर भवन में छात्र-छात्राएं अपना भविष्य गढने को मजबूर हैं. कॉलेज के भवन की छत कई जगह से जर्जर हो गई है, दीवारों का प्लास्टर गिर रहा है, जिससे छात्र छात्राओं पर हर समय खतरा मंडराता रहता है,हालांकि अभी कोरोना की वजह से प्रदेश सरकार के आदेशानुसार महाविद्यालय में छात्र-छात्राएं नही आ रहे हैं, महाविद्यालय की छत कई जगह से टूटी और क्षतिग्रस्त हो चुकी है. इसको लेकर कई बार जिम्मेदारों से गुहार लगाई गई लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला।