लगातार दो बार प्रशासन की ओर से तय की तारीखों में ग्रामीणों के विरोध के चलते भैंरूसागर बांध चांदसेन की नहरे आखिर कार मंगलवार की शाम को कडी पुलिस सुरक्षा के बीच खोली गई। नहरे खोलने के साथ ही कल-कल का शोर शुरू हुआ और पानी नहरों में दौडने लगा। इस नजारे को देखने के लिए क्षेत्र के सैंकडों किसान, अधिकारी-कर्मचारी व प्रकृति प्रेमी मौके पर मौजूद रहे। तहसीलदार मौखम सिंह व डिग्गी थानाधिकारी नियाज मोहम्मद सहित राजस्व विभाग के गिरदावर, पटवारी व अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे। पूर्व में दो बार तारीखे तय होने के बावजूद नहरों में पानी छोडे जाने के मामले में सहमति नहीं बन पाई थी तथा सोमवार एवं मंगलवार को भी नहरी क्षेत्र के किसानों ने मुख्यालय पर पडाव डाल रखा था। कडीला क्षेत्र के किसानों का कहना था कि पूर्व में तय किए गए समझौते के अनुसार ही अंतिम छोर से तालाबों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए अन्यथा वे नहरे खोलने का विरोध लगातार जारी रखेंगे। खास बात यह रही कि नहरे खोले जाने के मामले में अंतिम छोर के गांवो के किसानों एवं नहरी क्षेत्र के बीच आने वाले ग्रामीणों की ओर से जिला कलक्टर तक पहुंचकर अपनी बात रखी गई। सोमवार को मुख्यालय पर कडीला, चांदसेन व आमली क्षेत्र के किसानों ने सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता सीताराम शर्मा का घेराव करते हुए अंतिम छोर से तालाबों को भरने की मांग उठाई थी लेकिन दूसरे क्षेत्र के किसानों द्वारा इसका विरोध किए जाने के चलते कोई निर्णय नहीं हो पाया था। मंगलवार को मामले का पटाक्षेप करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोवर्धन लाल सुंकरिया, एसडीएम अजय कुमार आर्य, तहसीलदार मौखम सिंह की मौजूदगी में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें नहरी क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सभी गांवो के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। जिसमें मसौदा तय किया गया कि वर्तमान में बांध का गेज कम है तथा मेले व मवेशियों के लिए तीन फीट पानी सुरक्षित रखा जाना है। शेष पानी को नहरों के जरिए छोडा जाएगा तथा सम्पूर्ण नहरी क्षेत्र पर कडी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था रहेगी जिससे बीच में कहीं भी पानी की चोरी नहीं की जा सके। पुलिस व प्रशासन सहित ग्रामीणों के बीच बनी सहमति के बाद मंगलवार की शाम को 6:30 बजे तहसीलदार, डिग्गी थानाधिकारी, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में नहरे खोली गई। नहरे खोले जाने पर ग्रामीणों एवं किसानों ने प्रशासन का आभार जताया तथा रात्रि में पुलिस गश्त रखने का अनुरोध किया जिससे पानी को अंतिम छोर पर पहुंचाया जा सके।