राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम तहसील कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों/कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की बकाया किश्त जारी करने की मांग की है। कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष रामनारायण चौधरी, प्रदेश मंत्री रामकिशन बेतुक, मंत्री राजेन्द्र माली, अशोक माली, रामधन माली, भरत खारोल, कन्हैया लाल माली, नन्दकिशोर शर्मा, राकेश सैनी, अब्दुल मारूफ, राधेश्याम जाट, जगदीश कुम्हार सहित अन्य द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में अवगत करवाया गया कि प्रत्येक वर्ष में दो महंगाई भत्ते की किश्ते महंगाई के सूचकांक के आधार पर कर्मचारियों / शिक्षकों को दी जाती है पिछले 18 माह से महंगाई भत्ते की 3 किश्ते ड्यू (बकाया) चल रही है। वर्तमान समय में महंगाई बहुत अधिक है जिससे आम कर्मचारियो / शिक्षकों पर आर्थिक भार पड़ रहा है। कर्मचारी संगठनों एवं केन्द्र व राज्य सरकारों के मध्य यह समझौता लागू है कि महगाई के सूचकांक के आधार पर कर्मचारियों / शिक्षकों को प्रत्येक 6 माह मे महंगाई भत्ते की किश्त का भुगतान किया जाता है। कोरोनाकाल में महंगाई आसमान छू रही है इसके बावजूद केन्द्र / राज्य सरकारें महंगाई भत्ते की देय किश्त का भुगतान नहीं करने पर आम कर्मचारियों एवं शिक्षकों में केन्द्र व राज्य सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) उपशाखा मालपुरा जिला टोक केन्द्र व राज्य सरकार से महंगाई भत्ते की ड्यू 3 किश्तों का भुगतान जरिये ज्ञापन करता है। समय रहते महंगाई भत्ते की किश्तों का भुगतान नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी केन्द्र / राज्य सरकारों की होगी।