सनातन धर्म में हर दिन एक विशेष दिन है। सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। इसी क्रम में रविवार का दिन समस्त ग्रहों के राजा भगवान सूर्य को समर्पित है। सूर्य किसी भी पुरुष जातक की कुंडली में पिता और महिला जातक की कुंडली में पति के कारक माने जाते हैं। साथ ही भगवान सूर्य की किसी भी जातक पर कृपा हो तो वो जातक समाज में मान-सम्मान तो अर्जित करता ही है, इसके साथ-साथ उच्च पद पर भी आसीन होता है।
भगवान सूर्य की वैसे तो प्रतिदिन भी पूजा की जाए तो शुभ फल ही प्राप्त होता है लेकिन रविवार के दिन भगवान सूर्य की उपासना करने से विशेष फल मिलता है। ऐसे में आज हम आपको रविवार के दिन अपनाए जाने वाले उन उपायों के बारे में बताने वाले हैं जिसे अपना कर आप न सिर्फ भगवान सूर्य को प्रसन्न कर सकते हैं बल्कि, जीवन की समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं लेकिन उससे पहले आपको सूर्य देवता का ज्योतिषीय महत्व बता देते हैं।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य का महत्व
वैदिक ज्योतिष में सूर्य को एक विशेष ग्रह का दर्जा प्राप्त है। इसे सभी ग्रहों के बीच राजा का दर्जा दिया गया है। सूर्य सभी नौ ग्रहों के बीच एकमात्र ऐसा ग्रह है जो कभी वक्री नहीं होता और सदैव मार्गी रहता है। सभी बारह राशियों में सूर्य का आधिपत्य सिंह राशि पर है। वहीं सूर्य मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच हो जाते हैं। सूर्य यदि किसी जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में उपस्थित हो तो उस जातक को मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। ऐसे जातकों का आत्मविश्वास काफी मजबूत होता है और ये समाज में काफी नाम अर्जित करते हैं। साथ ही ऐसे जातकों का सांसारिक जीवन भी बेहद सुखद रहता है।
वहीं यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में उपस्थित हो तो ऐसे जातकों को अपने लिए गए फैसलों पर शंका होती रहती है। बहुत मेहनत करने के बावजूद भी इन्हें निम्न फल ही हासिल होते हैं। इसके अलावा सूर्य के कमजोर होने की स्थिति में जातकों के स्वभाव में भी नकारात्मक बदलाव आते हैं। साथ ही जातकों को जीवन में हृदय संबंधी बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है।
ऐसे में सूर्य को प्रसन्न करने के लिए जातकों को रविवार के दिन कुछ विशेष उपाय करना चाहिए जिसकी जानकारी अब हम आपको दे देते हैं। रविवार को इन उपायों को अपनाने से न सिर्फ सूर्य देवता प्रसन्न होंगे बल्कि आपके जीवन से दरिद्रता और कष्ट भी दूर हो जाएगा।
रविवार के दिन अपनाए जाने वाले विशेष उपाय
भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए जातकों को आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ रविवार के दिन जरूर करना चाहिए। यह स्त्रोत भगवान सूर्य को बेहद प्रिय है और इसका पाठ करने वाले जातकों पर वो विशेष कृपा करते हैं। ऐसे जातकों के जीवन में सुख-शांति आती है और उगते हुए सूर्य के समान ही कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलती है।
यदि आप तमाम कोशिशों के बावजूद भी धन संचय करने में असफल रहते हैं या फिर आर्थिक समस्या की वजह से आपको जीवन में लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है तो आप रविवार के दिन तांबे का कोई पात्र या गेहूं का दान करें। इससे आपके आर्थिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। इसके साथ-साथ इस उपाय से भगवान सूर्य आरोग्यता का आशीर्वाद भी देते हैं।
रविवार के दिन सूर्यास्त के बाद किसी पीपल पेड़ के नीचे चार मुंह वाला दीपक जलाएं। इस उपाय से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जातकों को शुभ फल प्रदान करती हैं। वैसे जातक जो आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, उन्हें इस उपाय को जरूर अपनाना चाहिए।
रविवार के दिन नहाने के पानी में लाल पुष्प डाल कर स्नान करें। इसके अलावा आप नहाने के पानी में लाल चन्दन, इलायची, मुलेठी या फिर केसर मिला कर स्नान करेंगे तो इससे भगवान सूर्य की आप पर विशेष कृपा दृष्टि होगी। जीवन के दुख दूर होंगे और पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।
रविवार के दिन स्नान के बाद माथे पर लाल चन्दन जरूर लगाएं और यदि संभव हो तो घर के प्रत्येक सदस्य के माथे पर लाल चन्दन का तिलक करें। घर से बाहर किसी जरूरी कार्य पर जाना हो तब विशेष तौर से माथे पर लाल चन्दन का तिलक करें। इससे आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और साथ ही रुके हुए कार्य भी चल पड़ेंगे।
शनिवार की रात्रि में सोने से पहले सिरहाने में गाय का दूध रख कर सोएं। सुबह स्नान और पूजा करने के बाद इस दूध की भी पूजा करें और फिर इसे पी जाएं। जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। मन प्रसन्न रहेगा।
रविवार के दिन चींटियों को शक्कर खिलाने से माँ लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। इस उपाय को अपनाने से आपके आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
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साँवलिया ज्योतिष सन्स्थान
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