वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण की दूसरी लहर के तेजी से बढने के साथ ही एक बार फिर से मानवता पर संकट मंडराने लगा है। अन्य देशों व राज्यों से मौतों के चौंकाने वाले आंकडे सामने आ रहे है जो भयावह है तो है ही साथ ही मानवीय भूल का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे है। 60 घण्टे के वीकेण्ड कफ्र्यू के बाद 3 मई तक जन अनुशासन पखवाडे की घोषणा की गई है जिसमें आमजन को अधिकाधिक समय घरों में रहने, मॉस्क का प्रयोग करने, गाइडलाइन की पालना किए जाने की नसीहत दी जा रही है। आमजन की सुविधा के लिए किराणा, फल-सब्जी, दूध, ई-मित्र, आटा चक्की सहित आवश्यक सेवाओं को बहाल किया गया है। लेकिन देखने में आया है कि दुकानों पर सामान खरीदने के लिए पहुंचने वाले लोगों द्वारा गाइडलाइन की पालना नहीं की जा रही है। बडी मुश्किल से सक्रिय हुए प्रशासन की ओर से सार्वजनिक मुनादी के जरिए सम्पूर्ण शहर में घोषणा करवाई गई है कि आवश्यक सेवाओं के तहत आने वाली सभी दुकानों के बाहर दुकानदारों द्वारा सौश्यल डिस्टेंसिंग की पालना हेतु गोले बनवाए जाए ताकि आमजन सामान की खरीदने के दौरान सौश्यल डिस्टेंसिंग की पालना कर सके व अपनी बारी का इंतजार कर सके। मुनादी के दौरान चेतावनी दी गई है कि जिस दुकान के बाहर ग्राहकों को सौश्यल डिस्टेंसिंग की पालना हेतु गोले नहीं बनाए गए उस दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।