जयपुर एक ओर कोरोना महामारी के कारण बच्चों की शिक्षा में बाधा आई है, उन्हें कई परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर सामाजिक विसंगतियों के चलते बालिकाओं को शिक्षा से वंचित रखा जाता है। उनके आगे बढ़ने के अवसर सीमित कर दिए जाते है। पाबंदियों के कारण वह अपने सपने पूरे नहीं कर पाती है। इन्हीं मुददों को उठाते हुए थियेटर इन एजुकेशन श्रृंखला के तहत राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार, सेव द चिल्ड्रन एवं रस रंगमंच संस्था ने पी एंड जी शिक्षा के सहयोग से डा0 एस. राधाकृष्णन शिक्षा संकुल के ओपन एयर थियेटर में ‘‘मुझे उड़ने दो‘‘ का मंचन किया। नाटक ग्रामीण परिवेश की गुड्डी की कहानी है जो पढ़ना चाहती है पर पारिवारिक पाबंडियों और सामाजिक प्रतिबंधों के चलते घरवाले उसे पढ़ाते नहीं है। परिवार में उसके साथ भेदभाव होता है, आम धारणा है कि लड़कियों का काम चौके-चूल्हे तक सीमित रहता है और लड़के बाहर का काम करने के लिए बने है। गुड्डी के पिता समाज की परंपरा से हटकर उसे पढ़ने में पिता समाज की परंपरा से हटकर उसे पढ़ने में चोरी-चुपके से मदद करते है। उसके पढ़ने की इच्छा देखते हुए मास्टर जी उसे प्रेरित करते है वे गुड्डी की मॉं को भी लड़कियों के पढ़ने लिखने के फायदे गिनवाकर उसे समझाते है। गुड्डी पढ़ने के लिए संघर्ष करती है और एक दिन अपनी प्रतिभा को सबके सामने लाती हुई गांव में पुलिस अफसर बनकर लौटती है। नाटक का कथानक ग्रामीण परिवेश और मान्यताओं के इर्दगिर्द बुना गया परन्तु यह आम जनमानस को लड़कियों के प्रति हो रहे व्यवहार के प्रति सोचने को मजबूर करता है। हिमांशु झांकल द्वारा निर्देशित इस संगीत मय प्रस्तुति में वरिष्ठ रंगकर्मी, संगीत गैरा, अभिषेक झांकल‘ कैलाश सोनी, रति झांकल, अजीत माथुर, के.के कोहली, कपिल कुमार, अंकित शर्मा, ऋषभ, नीलेश और अमित आदि ने भाग लिया। सेव द चिल्ड्रन के राम सिंह हापावत ने शिक्षण विधा में नाट्य विधा के उपयोग से शिक्षण को सहज बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताया। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक एवं अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक डॉ0 रश्मि शर्मा ने कहा कि बालिकाओं और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है इसी कड़ी में सामाजिक जागरूकता के उददेश्य से इस प्रकार के नाट्य मंचन समाज में सकारात्मक बदलाव में सहायक है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी, सेव द चिल्ड्रन के उपनिदेशक संजय शर्मा, कम्प्यूनिकेशन मैनेजर हेमंत आचार्य, रघु महर्षि , सत्यप्रकाश पटनायक सहित एनजीओ प्रतिनिधि और मीडियाकर्मी उपस्थित थे।