राजपुरा के पास तन हाथगी में चल रही एक ग्रेनाईट खान की पैमाईश के मामले में खातेदार व खनिज विभाग के अधिकारी-कर्मचारी आमने-सामने हो गए। दोनों के बीच हुए विवाद की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार ब्रजलाल मीणा मौके पर पहुंचे तथा खान मालिक को मय दस्तावेज कार्यालय में तलब किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देवालाल गुर्जर निवासी राजपुरा को चारागाह भूमि में मेसेनरी स्टोन की एक खान आवंटित हुई थी। जिसे बाद में मिनरल्स की किस्म परिवर्तन कराकर वर्तमान में ग्रेनाईट की खान संचालित की जा रही है। ग्राम पंचायत की ओर से कई बार राजस्व विभाग, उपखण्ड अधिकारी, जिला कलक्टर व खनिज विभाग को खान मालिक द्वारा चारागाह भूमि पर आवंटन से अधिक भूमि का दूरूपयोग किए जाने की शिकायते की गई थी। बावजूद इसके किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई और शिकायते ठण्डे बस्ते में डाल दी गई। यहा तक की सरपंच की ओर से पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक में भी मामला उठाया गया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। खनिज विभाग की ओर से फोरमेन व सर्वेयर के मौके पर पहुंचने पर पहले भी ग्रामीण, सरपंच व खनिज विभाग के कर्मचारियों के बीच विवाद हो चुका है। पिछले दो दिनों से चल रहे पैमाईश के दौरान खान मालिक द्वारा वर्तमान में उपयोग ली जा रही भूमि की वास्तविक नाप नहीं बैठने तथा पैमाईश के दौरान नाप को सही ठहराने के लिए खातेदारों की भूमि में घुसने पर खातेदारों ने एकत्रित होकर खनिज विभाग के अधिकारियों पर खान मालिक के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया तथा मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से किए जाने की बात कही। राजपुरा सरपंच रामवतार शर्मा ने बताया कि चारागाह में आवंटित खान के आस-पास रामवतार शर्मा, नोरतमल, कन्हैया लाल, दुर्गालाल, चेतन गुर्जर, मोहन पुरी, कैलाश पुरी सहित अन्य खातेदारों की जमीन है। खनिज विभाग की ओर से खान मालिक द्वारा आवंटित भूमि से अधिक भूमि में खनन कार्य किए जाने के बावजूद खान मालिक पर कार्रवाई की जगह खातेदारों को दबाया जा रहा है। खातेदारों ने खान मालिक पर चारागाह की कई बीघा भूमि पर खनन करने, चारागाह भूमि पर धर्मकांटा लगाने सहित खनन में इस्तेमाल हो रहे सामानों को चारागाह भूमि पर डालने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि खान मालिक द्वारा चारागाह भूमि में खनन कर करोडों रूपयों का पत्थर बेचा जा चुका है जिस पर विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। खनिज विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों एवं ग्रामीणों के बीच हुए विवाद की जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार ब्रजलाल मीणा मौके पर पहुंचे व मामले की जानकारी ली। नायब तहसीलदार ब्रजलाल मीणा ने बताया कि खातेदारों की शिकायत है कि खान मालिक अपने वास्तविक खसरा नम्बर में नहीं है तथा अन्य हिस्से में खुदाई कर रहा है तथा चारागाह भूमि पर तारबंदी आदि कर मालिक बनने का प्रयास कर रहा है। मीणा ने बताया कि जानकारी में सामने आया कि सत्यापन के लिए आवंटित भूमि की पैमाईश करवाई जानी थी लेकिन नक्सा सीट में तरमीम नहीं पाई गई। खान मालिक ने बिना तरमीम करवाए ही खनन का कार्य शुरू कर रखा है। तरमीम के अभाव में पैमाईश संभव नहीं है। मीणा ने बताया कि खान मालिक देवालाल गुर्जर को मय दस्तावेजों के तहसील कार्यालय में तलब किया गया है।