केन्द्र सरकार द्वारा पारित काले कृषि कानूनों के किसान विरोधी प्रावधान एवं जनता को होने वाले नुकसान से अवगत कराने के लिए राजस्थान दौरे पर आया हूँ। यह विचार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने अजमेर के रूपनगढ़ में ट्रैक्टर सभा तथा नागौर के मकराना में आयोजित किसान महापंचायत में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहे। राहुल गाँधी ने कहा कि हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा उद्योग कृषि है, कुछ लोग सोचते है कि हवाई जहाज बनाना, ट्रक चलाना और गाड़ी बनाना सबसे बड़े उद्योग होंगे किन्तु हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा उद्योग कृषि ही है। कृषि उद्योग अन्य उद्योगों जैसा नहीं हैं, गाड़ी के उद्योग में महिन्द्रा या टाटा गाडिय़ा बनाते हैं जिस तरह से 1-2 व्यक्ति पूरे उद्योग को नियंत्रित करते है इसी प्रकार बैंकिंग व्यवसाय में भी 4-5 लोग व्यापार को नियंत्रित करते है और समस्त फायदा इन्हीं नियंत्रित करने वाले लोगों को प्राप्त होता है, किन्तु कृषि ऐसा व्यवसाय है जिसे हिन्दुस्तान की 40 प्रतिशत आबादी रोजगार पाकर नियंत्रित करती है। कृषि उद्योग से न सिर्फ किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी, मण्डी में काम करने वाले लोडर, सब्जियाँ व फल प्रोसेस करने वाले, अचार बनाने वाले, मंूगफली व चना बेचने वाले करोड़ों लोग इस कृषि उद्योग का हिस्सा है तथा यह उद्योग 40 लाख करोड़ रुपये का होने से दुनिया का सबसे बड़ा उद्योग है उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ऐसा पहली बार नहीं कर रही है नोटबंदी और जीएसटी के गलत क्रियान्वयन के माध्यम से छोटे व मझले उद्योग पहले ही खत्म किए जा चुके है और अब दो या तीन बड़े उद्योगपतियों के लिए रास्ता साफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर सकती है किन्तु लॉकडाउन के दौरान मजदूरों ने घर जाने के लिए रेल व बस का टिकट माँगा तो प्रधानमंत्री मोदी जी ने इंकार कर दिया परन्तु मोदी सरकार ने अपने उद्योगपति मित्रों का 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया। उन्होंने कहा कि इन कानूनों का सच बताना मेरी जिम्मेदारी है जिसे मैं पूरा कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में शहीद किसानों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी जाए इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष व राज्यसभा सभापति को लिखकर माँग करेंगे। राहुल गाँधी ने कहा कि शहीद किसानों को दो मिनिट मौन रख और खड़ा होकर श्रद्धांजलि देना किस प्रकार से गलती है? उन्होंने कहा कि सरकार जो मर्जी चाहे कर ले यदि इसे गलती मानती है तो मैं किसानों के लिए यह गलती दोबारा करूंगा और बार-बार करूंगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दुगुनी करने का वादा पूरा करने की बजाय उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुँचा रही है। कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में पूरी तरह से साथ है, किसान मोदी सरकार के सामने झुकेंगे नहीं बल्कि सरकार को झुकाकर ही मानेंगे। किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता अपना खून-पसीना बहाने में पीछे नहीं हटेंगे बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के साथ ही खड़े मिलेंगे। किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए एआईसीसी महासचिव व राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने कहा कि राजस्थान की 75 प्रतिशत आबादी ग्रामीण अंचलों में रहती है तथा खेती पर निर्भर है और नागौर में किसानों का दिल बसता है, इस भूमि पर किसानों की आवाज बुलन्द करने श्री राहुल गाँधी आये है, उनका सभी कांग्रेसजन उनका स्वागत करते है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण देश के किसानों की निगाहें आज श्री राहुल गाँधी पर टिकी हुई है जो संदेश आज यहाँ से जाएगा उसके कारण मोदी सरकार को तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि नागौर की धरती पर राजस्थान की जनता की ओर से श्री राहुल गाँधी का स्वागत करते है। उन्होंने कहा कि आजादी के पहले से ही हमारे नेताओं ने प्रदेश की सेवा की और नागौर किसानों का सिरमौर जिला है। जिसमें आजादी से पहले किसान नेता किसान केसरी चौधरी बलदेव राम मिर्धा और आजादी के बाद स्व. श्री नाथूराम मिर्धा व स्व. श्री रामनिवास मिर्धा जैसे नेता संसद में पहुँचे थे जिन्होंने किसानों के हितों के लिए लड़ाई कर उनकी सेवा की। उन्होंने कहा कि नागौर में भू-जल में फ्लोराईड अधिक होने के कारण पानी की कमी थी जिसके कारण लोगों में शारीरिक विकृतियां हो जाती थी जिसके कारण बांका पट्टी नागौर में बनी। अशुद्ध पानी व प्यासी धरती को राहत देने के लिए 20 वर्षों पहले कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी के नागौर में पहली बार आने पर इन्दिरा गाँधी नहर का पानी नागौर पहुँचा गया था। राज्य सरकार की पहल से नागौर जिले में अच्छी सडक़ें, स्वास्थ्य सेवाओं और पीने के साफ पानी का विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का दुर्भाग्य है कि मोदी जैसे प्रधानमंत्री सत्ता में बैठे हैं। 12 फरवरी, 2020 को ही श्री राहुल गाँधी ने कोरोना महामारी देश में फैलने की चेतावनी दी थी लेकिन केन्द्र सरकार ने अनसुना कर दिया। महामारी की रोकथाम के लिए कदम उठाने की बजाय मध्यप्रदेश में चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को गिराने का कार्य किया, ऐसा प्रयास राजस्थान में भी किया लेकिन सफल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महामारी के कारण 1 लाख 54 हजार से ज्यादा लोग मारे गए, यदि केन्द्र सरकार श्री राहुल गाँधी की चेतावनी पर समय रहते लॉकडाउन लगाने का कार्य करती तो इतने लोगों को अपनी जान नहीं गंवानी पड़ती। उन्होंने कहा कि देश में आज भय का माहौल है, लोकतंत्र खतरे में है, ज्यूडिसरी, इन्कम टैक्स, ईडी, मीडिया सब सरकार के दबाव में है, ऐसे माहौल में अच्छे समय की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि आज नागौर में आयोजित इस किसान महापंचायत में पुरूषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है जो खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार किसानों के सुख-दु:ख में हमेशा साथ खड़ी मिलेगी। उन्होंने कहा कि नागौर की जनता हमेशा से जागरूक रही है तथा यहाँ के कार्यकर्ता हमेशा से मजबूती के साथ अपने अधिकारों के लिए डटे रहते है। उन्होंने कहा कि नागौर की धरा के नेताओं ने जो मार्ग प्रशस्त किया है हम उस पर चलकर प्रदेश का चहुँमुखी विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने जिस प्रकार का प्रबन्धन किया उसका लोहा पूरी दुनिया मान रही है, कोई भूखा ना सोए यह संकल्प सभी के सहयोग से पूरा हो सका है जबकि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को ना तो कोई मदद की गई ना ही उसके हक का जीएसटी की हिस्सेदारी दी जा रही है। ऐसे वक्त में भी राज्य सरकार द्वारा आमजन को राहत प्रदान की गई है। पेट्रोल-डीजल से जनता को राहत प्रदान करने के लिए वैट कम किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में आज जो माहौल है वह चिंताजनक है केन्द्र सरकार राज्यों के अधिकार व जीएसटी का पैसा डकार रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के चहुँमुखी विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता आज केन्द्र की नीतियों से परेशान होकर आंदोलन कर रहा है, कांग्रेस पार्टी एवं उसके सभी कार्यकर्ता इस आंदोलन में किसानों के साथ है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के दो दिवसीय राजस्थान दौरे के दूसरे दिन श्री राहुल गाँधी ने अजमेर के सुरसुरा में लोकदेवता वीर तेजाजी महाराज की निर्वाण स्थली पावन धरा मंदिर परिसर में दीप प्रज्वल्लित कर नारियल चढ़ाकर पूजा अर्चना की। मंदिर के पुजारी और पदाधिकारियों ने गाँधी को तेजाजी महाराज की तस्वीर प्रतीक चिह्न स्वरूप भेंट की और मंदिर के गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी। किशनगढ़ से लेकर मकराना तक पूरे रास्ते में किसानों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं ने पारम्परिक राजस्थानी तरीके से जगह-जगह गर्मजोशी से स्वागत किया। रूपनगढ़ में श्री राहुल गाँधी ने ठेठ देशी किसान और ग्रामीण परिवेश में बने मंच पर किसानों की टै्रक्टर सभा को सम्बोधित किया। रूपनगढ़ से मकराना जाते हुए परबतसर चौराहे पर स्थानीय विधायक के नेतृत्व में हजारों किसानों ने पारम्परिक सुसज्जित ऊँट गाड़ों पर श्री गाँधी का गेहूँ की बालिया भेंट कर स्वागत किया और किसानों की समस्याओं से अवगत करवाया। किसानों की ट्रैक्टर सभा और महापंचायत में किसानों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीण परिवेश और महिलाओं की जबरदस्त धूम रही।