केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा ग्राम अरणिया, तह. मालपुरा, जिला-टॉक में फार्मर फस्र्ट परियोजना के अन्तर्गत कृषक प्रक्षेत्र पाठशाला एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम चौंसला, अरनिया, बस्सी, डेंचवास, सोड़ा एवं गरजेड़ा के लगभग 50 किसानों ने भाग लिया। प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी सोशल मिडिया डॉ. रमेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. अरूण कुमार तोमर ने संस्थान के द्वारा विकसित उन्नत तकनीकियों के बारे में किसानों को बताया। साथ ही पशुपालन में उन्नत नस्लों के महत्व एवं खेती में उन्नत किस्मों के बीज के महत्व के बारे तकनीकियों को अंगीकृत करने के साथ-साथ वैज्ञानिक पद्धति द्वारा भेड़-बकरी एवं खरगोश पालन को भी अपनाए। परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. रंगलाल मीणा ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. एस.सी. शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक ने किसानों को उन्नत कृषि क्रियाओं के बारे में जानकारी दी। साथ ही डॉ. एल.आर. गुर्जर ने परियोजना के अन्तर्गत चल रही गतिविधियों के बारे में किसानों को जानकारी दी। डॉ. एस.एस. डांगी ने भैंसों में नस्ल सुधार के बारे में चल रही गतिविधियों के बारे में किसानों को जानकारी दी। ग्राम पंचायत चैनपुरा के सरपंच ने भी किसानों के लिए संरथान द्वारा चलाई जा रही कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र की विभिन्न गतिविधियों के लिए संस्थान का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर किसानों को उन्नत नस्ल के मेंढे, गेहूं एवं जौ की उन्नत किस्म के बीज भी किसानों को प्रदान किये गए। साथ ही उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि संस्था द्वारा विकसित उन्नत तकनीकों का फायदा उठावे।