सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालपुरा में पदस्थ चिकित्सकों व कर्मचारियों की मनमानी के चलते सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समय पर सही तरीके से नहीं हो पा रहा है ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को सामने आया। जहां प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर आयोजित जांच शिविर के तहत भारी संया में गर्भवती महिलाएं व उनके परिजन एकत्रित हो गए। बरामदे में बडी संया में एकत्रित महिलाओं में से अधिकांश महिलाओं ने ना तो मुंह पर मॉस्क का ही प्रयोग कर रखा था ना ही सौश्यल डिस्टेंसिंग की ही पालना की जा रही थी। खास बात यह रही कि अस्पताल में मौजूद अधिकारी-कर्मचारी मूक दर्शक बने तमाशा देखते रहे। जानकारी किए जाने पर सामने आया कि शिविर में चिकित्सकों के समय पर नहीं पहुंचने के कारण यह अव्यवस्था उत्पन्न हुई। वैश्विक महामारी कोरोना होने वाली मौतों को लेकर एक ओर जहां सपूर्ण विश्व चिंतित दिखाई दे रहा है तथा लगातार कोरोना से बचाव के उपायों पर जागरूकता के लिए सघन प्रचार-प्रसार व लॉकडाउन जैसे कठोर निर्णय ले रहा है वहीं सरकारी विभाग में अधिकारी-कर्मचारियों के सामने सरकारी एडवायजरी की धज्जियां उडती दिखाई दे रही है।