मालपुरा के सरकारी अस्पताल में महज 4 दिन का एक बच्चा भर्ती हुआ है, जिसे होल्ट ओरम सिण्ड्रोम यानि दिल में छेद के साथ हाथ में एक हड्डी नहीं होने की बीमारी है।टोंक जिले में पहली बार इस तरह की बीमारी को मालपुरा सरकारी अस्पताल के शिशु व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ जीतराम मीणा ने डायग्नोस की है, डॉ जीतराम मीणा का कहना है कि इस बीमारी में हाथों में हड्डियां विकसित नहीं हो पाती है। ऐसे लोगों में दिल की समस्याएं भी बढ़ जाती है। डॉ. मीणा ने बताया कि 4 दिन का बच्चा बुखार की शिकायत होने पर मालपुरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया था। उसका जन्म उपखण्ड के आवड़ा ग्राम में हुआ था उस बच्चे के दोनों हाथ मुड़े हुए थे, एेसे में उसकी जांच करवाई जिसमें दिल में छेद की बीमारी भी सामने आई। हाथ में कोहनी से पंजे के बीच की दो हड्डियों अलना व रेडियस होती है। एक्सरे में उसके रेडियस हड्डी नहीं बनी थी। डॉ. मीणा का कहना है कि दोनों बीमारी के एक साथ होना दुर्लभ बीमारी है। यह करीब एक लाख बच्चों में से एक को होती है। डॉ जीतराम मीणा की इस उपलब्धि पर बीसीएमएचओ डॉ संजीव चौधरी ,डॉ नासीर, डॉ अर्जुन दास सहित मालपुरा अस्पताल व उपखंड क्षेत्र के चिकिसको व क्षेत्र के लोगो ने बधाई दी है,