ग्रमा पंचायत नगर की नवनिर्वाचित सरपंच ने ससुर, पति के बाद स्वयं ने ग्राम पंचायत की बागडा़ेर संम्भालते हुए गांव का समग्र विकास कराने का भरोसा दिलाया। सरपंच पति व पूर्व सरपंच राजूसिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत के किस्मत कंवर के पूर्व ससुर धूलसिंह ने दो बार ग्राम पंचायत के सरपंच पद पर रहकर जनता की सेवा की है। उन्होंने बताया कि जनता की सेवा भाव से ही किस्मत कंवर ने सरपंच का चुनाव लड़ा तथा सभी समाजों की आशिर्वाद से 559 मतो से विजय हुई। इससे पूर्व उनके पिता धूलसिंह राजपूत ने दो बार पंचायत की कमान संम्भाली थी। सन् 1978 से 1981 तथा दूसरा कार्यकाल 1988 से 1991 रहा। इसके पश्चात राजूसिंह ने स्वयं चुनाव में सफलता प्राप्त करते हुए सन् 2005 से 2010 तक ग्राम पंचायत नगर के सरपंच पद पर रहते हुए यह कार्य किया। वर्तमान ग्राम पंचायत के नव गठन के साथ ही किस्मत राजूसिंह ने ग्राम पंचायत नगर की बागड़ोर संम्भालते हुए जनता की सेवा करने का विश्वास दिलाया। सरपंच किस्मत कंवर ने बताया कि निर्वाचन के बाद बिना किसी भेदभाव के वह पंचायत क्षैत्र के लोगों की सेवा करने के साथ ही विकास कार्यो में किसी प्रकार की कौताही नही बरतेगी। शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ ही आवड़ा सरपंच भंवरलाल चौधरी, भामोलाव सरपंच ब्रजराजसिंह, पचेवर के पूर्व सरपंच घनश्याम गुर्जर, रामजीलाल टेलर, समाजसेवी कालूराम रेगर, कैलाश दरौगा आदि सहित कई लोग उपस्थ्ज्ञित रहे।