उपखंड क्षेत्र की पंचायत समिति क्षेत्र के 38 ग्राम पंचायतों में से कई ग्राम पंचायतों में सरपंच पदों के लिए रोचक मुकाबला देखने को मिला जिसमें अप्रत्याशित परिणाम व जीत के अन्तर ने सबको हैरान कर दिया। इनमें लावा ग्राम पंचायत में कमल कुमार जैन व धर्मचंद जैन के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 6814 मतदाताओं में से 5793 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 85.02 रहा। कमल कुमार जैन को 3449 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी धर्मचंद को 1692 मत मिले। जिसके बाद कमल कुमार जैन को 1757 मतों से विजयी घोषित किया गया। लावा ग्राम पंचायत में चुनावों की घोषणा होने तक परिणामों को लेकर अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा था। हाल यह था कि एक ओर जहां धर्मचंद जैन के प्रचार के दौरान भीड देखी जा रही थी वहीं दूसरी ओर कमल कुमार जैन के साथ समर्थकों की भीड भले ही कम रही लेकिन मतदाताओं ने गुप्त तरीके से किए गए मतदान में कमल कुमार जैन की बडे अंतर से हुई जीत ने सबके अनुमानों को गलत साबित कर दिया।
इनमें डिग्गी ग्राम पंचायत में हलीमा बानो व पिंकी के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 8252 मतदाताओं में से 6975 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 84.77 रहा। अलीमा बानो को 1944 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी पिंकी को 1557 मत मिले। जिसके बाद अलीमा बानो को 387 मतों से विजयी घोषित किया गया। उपखंड क्षेत्र में सर्वाधिक प्रत्याशियों की भीड इसी ग्राम पंचायत में थी जिसमें 16 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे थे। इसके बावजूद एक मुस्लिम महिला ने 387 मतों से जीत हासिल कर तीर्थनगरी डिग्गी में पहली बार मुस्लिम महिला सरपंच बनने का गौरव हासिल किया।
इनमें टोरडी ग्राम पंचायत में ठाकुर हेमेन्द्र सिंह व भंवर मुंवाल के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 7032 मतदाताओं में से 5989 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 85.17 रहा। ठाकुर हेमेन्द्र सिंह को 3526 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी भंवर मुंवाल को 2263 मत मिले। जिसके बाद ठाकुर हेमेन्द्र सिंह को 1263 मतों से विजयी घोषित किया गया। टोरडी ग्राम पंचायत में ठाकुर हेमेन्द्र सिंह का मुकाबला पूर्व सरपंच कौशल्या देवी के राजनैतिक परिवार के सदस्य भंवर मुंवाल से रहा। राजनीति में विधायक पद के लिए टिकिट की दौड लगा चुके भंवर मुंवाल के सामने ग्रामीणों ने ठाकुर हेमेन्द्र को अपना प्रत्याशी बनाया। शुरू से ही ग्रामीणों के भारी समर्थन के चलते ठाकुर हेमेन्द्र सिंह की जीत लगभग तय मानी जा रही थी जिसका खुलासा चुनावों के परिणामों की घोषणा के साथ पूरा हुआ। ठाकुर हेमेन्द्र सिंह की बडे अंतर से जीत ने इसे सही साबित कर दिया।
बृजलाल नगर ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए 17 प्रत्याशियों के दंगल में रोमांचक मुकाबला हुआ जिसमें अंत तक राजनैतिक विश£ेषक भी प्रथम, द्वितीय व तृतीय का अनुमान तक नहीं लगा सके। मतदान समाप्त होने तक जीतने वाले प्रत्याशी के बारे में कुछ भी कहना मुश्किल रहा। ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए रेखा नामा व कौशल्या देवी के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 5458 मतदाताओं में से 4210 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 77.13 रहा। रेखा नामा को 767 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी कौशल्या को 716 मत मिले। जिसके बाद रेखा नामा को 51 मतों से विजयी घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि बृजलाल नगर ग्राम पंचायत में सरपंच पद का चुनाव लड रही रेखा नामा वर्तमान पालिकाध्यक्ष आशा महावीर नामा की पुत्रवधु है तथा नामा के शहर के साथ-साथ ग्राम पंचायत के चुनाव में भाग लेने से शुरू से ही पंचायत का चुनाव चर्चा में आ गया था। साथ ही शहरी क्षेत्र से सटे होने के कारण शहरी मतदाताओं का भी सीधा दखल ग्राम पंचायत के चुनावों को प्रभावित करता नजर आ रहा था। सभी प्रत्याशी अपने-अपने ढंग से प्रचार करते हुए जीत के दावे कर रहे थे लेकिन परिणामों की घोषणा ने सबको दांतो तले अंगुली दबाने को विवश कर दिया।
पचेवर ग्राम पंचायत में प्रेम देवी गुर्जर व रामकन्या के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 8168 मतदाताओं में से 6824 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 83.55 रहा। प्रेम देवी को 3488 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी रामकन्या को 1866 मत मिले। जिसके बाद प्रेमदेवी को 1622 मतों से विजयी घोषित किया गया। पचेवर ग्राम पंचायत में प्रत्याशी प्रेमदेवी तत्कालीन सरपंच घनश्याम गुर्जर की माता है तथा पूर्व में लगातार दो बार सरपंच रह चुके घनश्याम गुर्जर के तीसरी बार मां को चुनाव लडाने के निर्णय से यह सीट हॉट मानी जा रही थी तथा इसके परिणामों को लेकर संशय बना हुआ था। चुनावों की घोषणा होने तक परिणामों को लेकर अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन प्रेमदेवी गुर्जर की बडे अंतर से हुई जीत ने सबके अनुमानों को गलत साबित कर दिया। साथ ही इस जीत ने सरपंच संघ के अध्यक्ष रह चुके घनश्याम गुर्जर का राजनैतिक कद बढा दिया।
इनमें लाम्बाहरिसिंह ग्राम पंचायत में गीता देवी व किरण कंवर के बीच कडा मुकाबला हुआ जिसमें पंचायत क्षेत्र के कुल 5907 मतदाताओं में से 4742 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनका प्रतिशत 80.28 रहा। गीता देवी को 1792 मत मिले जबकि निकटतम प्रत्याशी किरण कंवर को 1360 मत मिले। जिसके बाद गीता देवी को 432 मतों से विजयी घोषित किया गया। लाम्बाहरिसिंह ग्राम पंचायत में चुनावों की घोषणा होने तक परिणामों को लेकर अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन गीता देवी की बडे अंतर से हुई जीत ने सबके अनुमानों को गलत साबित कर दिया। इसी क्रम में सम्पूर्ण उपखंड क्षेत्र में रीण्डलिया ऐसी ग्राम पंचायत रही जिसमें प्रत्याशी रूचिता सैनी ने लगातार दूसरी बार अपना परचम लहराते हुए धमाकेदार वापसी की तथा ग्राम पंचायत में सभी समीकरणों में उलटफेर करते हुए लगातार दूसरी बार सरपंच बनने का गौरव हासिल किया।