मालपुरा पंचायत समिति सभागार में गुरूवार को पंचायत समिति प्रधान सरोज चौधरी की अध्यक्षता में पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उपखंड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा भी मौजूद रहे। पंचायतराज चुनाव की आचार संहिता से पूर्व आयोजित की गई अंतिम बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा था। साधारण सभा की बैठक में पंचायत समिति के सदस्यों ने रूचि दिखाई परंतु बैठक में सरपंचों की संख्या नगण्य रही। खास बात यह रही कि पंचायतराज के चुनावों से पूर्व आयोजित हुई इस बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधि पांच वर्ष के कार्यकाल में आमजन को राहत देने के मामलों में अधिकारियों की अकर्मण्यता को दोषी बताते हुए सदन से विदा हुए। जनप्रतिनिधियों ने कई समस्याओं का आज तक निस्तारण नहीं होने का मामला उठाया। बैठक में कई अधूरे पडे कार्यो का भी जिक्र किया गया जिसमें पारली सरपंच दिग्विजय सिंह ने आखतडी में प्रवेश के रास्ते पर कीचड की परेशानी से भी अवगत करवाते हुए कहा कि पुलिया निर्माण की स्वीकृति के बावजूद आज तक निर्माण नहीं करवाया गया। पंचायत समिति सदस्य रामजीलाल ने तिलाजंू से टोरडी तक बने सडक में घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। इसी क्रम में हैण्डपम्प मिस्त्रियों की मनमानी, क्षेत्र में खराब पडे हैण्डपम्पों की समय पर मरम्मत नहीं हो पाने, टोरडी में पाइपलाईन डालने के लिए खोदी गई सीसी सडकों की मरम्मत नहीं हो पाने, कई मौहल्लों में आज तक पेयजल के लिए पाइपलाईने नहीं डाले जानेसहित पेयजल, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, मनरेगा सहित अन्य विभागों से जुडे ऐसे कई मामले उठाए गए जिन समस्याओं को जनप्रतिनिधियों द्वारा समय पर प्रमुखता से उठाया गया लेकिन उनका आज तक निस्तारण नहीं हो सका। उपखंड अधिकारी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपना दुखडा रोया कि अधीनस्थ कर्मचारियों को भेजकर विभागीय अधिकारी समस्याओं का जवाब देने अथवा निस्तारण करने से बचते रहते है तथा समय के साथ मामला पुराना हो जाता है जिससे समस्याएं यथावत रहती है। पंचायत समिति सदस्य पन्नालाल कारवाल ने मनरेगा में भ्रष्टाचार का मामला उठाते हुए कहा कि रीण्डलिया ग्राम पंचायत के धानोता गांव में तालाब में पर्याप्त पानी होने के बावजूद मनरेगा की ओर से बार-बार मस्टरोल जारी किए जाते है जो कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। यहीं नहीं चौधरी ने रीण्डलया के मॉडल तालाब में 49 लाख रूपयों की स्वीकृति व भुगतान के बावजूद किसी प्रकार का कार्य नहीं होने तथा सरकारी पैसों के दुरूपयोग का आरोप लगाया व मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की। पचेवर सरपंच घनश्याम गुर्जर ने स्टेट हाइवे 37 ए पर विलेज एरिया में जलदाय विभाग को निकाली गई सेक्शन के बीस लाख रूपयों का चैक सौंपे जाने के बावजूद पाइप लाईन शिफ्टिंग नहीं किए जाने का मामला उठाया। पंचायत समिति सदस्य पन्नालाल ने आर्थिक परिस्थ्िितयों के मद्देनजर पंचायत सहायको को जल्द से जल्द भुगतान दिलवाए जाने की मांग की। तीखी नोंक-झौंक के बीच सम्पन्न हुई अंतिम बैठक में उपखंड अधिकारी डॉ. राकेश मीणा ने सदन में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच बेहत्तर तालमेल को आवश्यक बताते हुए अधिकारियों को सदन में आने से पूर्व तैयारियों के साथ आने तथा उच्चाधिकारियों को आवश्यक रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए। डॉ. मीणा ने सभी पंचायत समिति सदस्यों एवं सरपंचगणों को उनके पांच वर्ष के सफल कार्यकाल की बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर भावभीनी विदाई दी।