अग्रवाल सेवा सदन डिग्गी में गुरुवार को 11 दिनों से चल रहे श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान महोत्सव एवं शांति महायज्ञ के अन्तर्गत वर्षायोग समापन व पिच्छिका परिवर्तन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अग्रवाल सेवा सदन डिग्गी में ही आचार्य इंद्र नंदी महाराज का ससंघ पीच्छिका परिवर्तन समारोह आयोजित हुआ जिसमें बडी संख्या में जैन धर्मावलम्बियों ने भाग लिया। प्रतिष्ठाचार्य टीकम चंद जैन दिल्ली व मनोज जैन टोंक द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। मंगलाचरण के बाद चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन के साथ समारोह का शुभारंभ हुआ। समारोह में धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य इंद्रनंदी जी महाराज ने कहा कि धर्म की शरण में आने से ही सभी पापों का नाश होता है, मनुष्य संसार में सांसारिक चकाचौंध में अपने आप को व्यस्त कर धर्म विमुख हो जाता है। जिससे वह सांसारिक परेशानियों से घिर कर दुखी होता है। जबकि धर्म उसे सम्बल प्रदन करने के साथ-साथ सही-गलत का निर्णय करने की क्षमता प्रदान करता है, इसलिए मनुष्य को हमेशा जीवन में धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। समारोह में आचार्य इंद्रनंदी महाराज को पिच्छिका परिवर्तन करने का सौभाग्य गिर्राज कुमार, सुधीर कुमार जयपुर, मुनि क्षमानंदी जी महाराज को चिरंजीलाल देवेंद्र कुमार लावा, मुनि निपुण नंदी जी महाराज को हुकम चंद पारस कुमार जैन निवाई, आर्यिका मुक्ति श्री माता जी को सुगन चंद रमेश चंद, आर्यिका कनकश्री माताजी को कजोड़ मल पदमचंद जैन पीपलू, आर्यिका शुद्ध श्री माताजी को सुराशाही परिवार मालपुरा, क्षुल्लक विनम्र नंदी जी को संतोष देवी महेंद्र कुमार जयपुर, क्षुल्लिका श्री संयमश्री जी माताजी को महावीर प्रसाद नेमीचंद जैन डिग्गी ने पिच्छिका भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त किया। इस अवसर पर चतुर्मास समिति अध्यक्ष महावीर सूराशाही, युवा परिषद अध्यक्ष विनोद नेवटा, चातुर्मास समिति मंत्री आशुतोष सिंघल, अग्रवाल समाज चौरासी अध्यक्ष हुकुमचंद जैन, उपाध्यक्ष भागचंद जैन, महामंत्री त्रिलोक जैन, मंत्री अनिल सूराशाही, मिलापचंद जैन सहित बडी संख्या में अग्रवाल समाज चौरासी के लोग मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम में मालपुरा, डिग्गी, लावा, निवाई, टोंक सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए जैन धर्मावलम्बियों ने भाग लिया।