उपखंड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में चांदसेन डाक बंगले में शनिवार को भैंरूसागर बांध से नहरों में पानी छोडे जाने के मामले में जल वितरण समिति की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। जल संसाधन विभाग की ओर से आयोजित इस बैठक में तहसीलदार अनिल कुमार चौधरी, जल संसाधन विभाग के एक्सईएन, मालपुरा एईएन सीताराम शर्मा, जेईएन सहित बांध के कमांड एरिया में आने वाले किसानों ने भाग लिया। बैठक में चर्चा एवं विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से 23 नवम्बर को सुबह सवा दस बजे बांध की दोनों नहरे खोले जाने का निर्णय किया गया। इस अवसर पर एसडीएम मीणा ने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि पानी को व्यर्थ नहीं बहाए एवं अधिक से अधिक क्षेत्र की सिंचाई करे। साथ ही उन्होंने टेल क्षेत्र के खेतों तक पानी पंहुचाने के निर्देश दिए। एसडीएम मीणा ने अधिकारियों को पानी का अवैध दोहन रोके जाने के समुचित उपाय करने तथा आवश्यकता पडने पर पुलिस की मदद लेने के निर्देश दिए। मीणा ने कहा कि पानी की अवैध रूप से चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी तथा नहरों में पानी छोडे जाने के दौरान अधिकारी लगातार गश्त पर रहकर पानी को टेल क्षेत्र तक पहुंचाने की सुनिश्चितता करेंगे। नहरों में पानी छोडे जाने से पूर्व नहरों की सफाई आदि का अवलोकन करने के भी निर्देश दिए गए। वर्तमान में भैंरूसागर बांध में 13 फीट 6 इंच पानी है जिसमें से चार फीट पानी मवेशियों की लिए सुरक्षित रखा जाएगा तथा शेष पानी को नहरों के जरिए सिंचाई के लिए छोडा जाएगा। बैठक में सुखलाल चौधरी, कन्हैया लाल सैनी, रामस्वरूप मीणा, पंचायत समिति सदस्य बलराज चौधरी सहित अन्य मौजूद रहे।