पचेवर कस्बे के जन-जन के आस्था केन्द्र बाबा नाड़ी वाले धाम पर लगभग चार माह पूर्व कुछ लोगों द्वारा चौकीदारों पर जानलेवा हमला करते हुए लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जिससे बाद भी एक के बाद एक कई चोरी की वारदातो के होने पर लोगों में पुलिस की कार्यशैली के प्रति गम्भीर आक्रोश व्याप्त होता जा रहा था। इतना ही नही राजपुराबास व मलिकपुर गांव में हुई चोरी की वारदात से तो आम लोगों में गम्भीर असंतोष फैल गया था। इस आक्रोश को पुलिस ने चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए अपने खुफियातंत्र को सक्रिय करने के साथ ही संदिग्धों पर पैनी नजर रखना शुरू किया। जिसके फलस्वरूप बाबा नाड़ी वाले धाम पर मार्च माह में हुई डकैती का मुख्य सरगना आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इससे पुलिस को कई वारदातों के खुलने की भी संभावना हैं। थानाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बाबा नाड़ी वाले धाम के साथ ही मलिकपुर, राजपुराबास व कस्बे के कई देवालयों में लगातार चोरी की वारदाते हो रही थी। इससे पुलिस अधीक्षक टोक आदर्श सिद्धू के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मालपुरा गोवर्धन लाल सौंकरिया व वृत्ताधिकारी जयसिंह नाथावत के आदेशानुसार थानाधिकारी पचेवर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा चोरी की वारदातो पर अंकुश लगाने के लिए संदिग्धों पर नजर रखने के साथ ही अपने मुखबिरों को सक्रिय किया गया। इसके लिए पूर्व में चोरी की वारदातों में संलिप्त लोगों पर नजर रखी जाने लगी। इस पर मुखबिर द्वारा सूचना मिली की बरोल मोड़ के पास सूरज बावरिया संदिग्धावस्था में घूम रहा है। इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सूरज पुत्र कानाराम बावरिया निवासी अजमेरा की ढ़ाणी थाना मालपुरा को दबोच लिया। थानाधिकारी ने बताया कि जो कि दिन के समय रैकी कर रात में चोरी की वारदातो को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम देता था। सूचना मिलते ही थानाधिकारी द्वारा प्राप्त आदेशों की पालना में हैड़ कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह को मय जाप्ता बरोल मोड़ के लिए रवाना किया गया। जहां सूरज बावरिया को थाना लाकर प्रारम्भिक पूछताछ की गई तो उसने जन-जन के आस्था केन्द्र बाबा नाड़ी वाले धाम पर चौकीदारों पर जानलेवा हमला करते हुए डकैती की वारदात में शामिल होना स्वीकार कर लिया।
ऐसे देता था वारदात को अंजाम-थानाधिकारी मीणा ने बताया कि गिरोह का सरगना सूरज दिन के समय मोटर साईकिल से ग्रामीण क्षैत्र में घूमते हुए रैकी करता था। रात्री के समय अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। इस दौरान यदि को जाग जाता तो उसके साथ मारपीट करते हुए फरार हो जाते थे।
यह थी विशेष टीम-राजेश कुमार थानाधिकारी पचेवर. नरेन्द्रसिंह हैण्ड़कांस्टेबल, रामराज चौधरी, अर्जुन टांड़ी, रीतैश कुमार, सीताराम शर्मा, सूरजमल, सुरेश चावला हैण्ड़कांस्टेबल साइबर सेल टोंक व राजेश कुमार साइबर सेल टोंक सम्मिलित थे।