सोहेला की रहने वाली प्रियंका ने न केवल अपना बल्कि अपनी छोटी बहन व कई अन्य लड़कियों का भी बाल विवाह होने से रूकवाया है।खुद की पढ़ाई के साथ ही उसने तीन ऐसे बच्चे जिने सिर से पिता का साया उठ चुका था उन्हें पढ़ना सिखाकर स्कूली षिक्षा से जुडवाया और पालनहार योजना का लाभ भी दिलवाया। टायर पंक्चर की दुकान चलाने वाले प्रियंका के पिता आज अपनी बेटी के जज्बे को सलाम करते हैं और प्रियंका जैसी बेटी का पिता होना उनके लिए गर्व की बात है। उनका कहना है कि ’’बेटियों को घर की चारदीवारी में बंद करके न रखा जाए उन्हें एक आजाद जिंदगी मिले तो वो किसी बेटे से कम नहीं हैं।‘‘
प्रियंका के इस जज्बे को सलाम करते हुए उसे राज्य स्तर पर जनवरी 2019 में बेटी सृष्टी रत्न अवार्ड और जिला व ब्लॉक प्रषासन द्वारा भी 26 जनवरी 2019 में सम्मानित किया गया।