पचेवर कस्बे स्थित मालपुरा दरवाजा वाले बालाजी धाम पर प्रारम्भ हुई श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के लिए रविवार को भव्य कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा के दौरान 101 महिलाओं ने सिर पर मंगल कलश धारण करने के साथ ही मंगलगीत गाते हुए तो पुरूषों ने भागवत के जयकारों से गुंजायमान किया। कथा के संयोजक नंदकिशोर जांगिड़ ने बताया कि मालपुरा वाले बालाजी धाम पर सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के अवसर पर रघुनाथजी के मंदिर से वरूण पूजा के साथ ही कलश पूजन किया गया। कलश यात्रा के अवसर पर गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा मस्जिद मार्ग, तेलिया कुंआ, बस-स्टैण्ड़, पुलिस चौकी होते हुए छोटा बस-स्टैण्ड़ के बाद कथा स्थल मालपुरा दरवाजे स्थित बालाजी धाम पर पहुंची। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह श्रीमद् भागवत ग्रंथ के साथ ही सजाई गई झांकी का श्रद्वालुओं ने आरती उतार कर स्वागत किया तथा महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए तो पुरूषों ने श्रीमद् भागवत के जयकारे लगाए। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह श्रद्वालुओं ने छतो से कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा करते हुए पुण्य अर्जन किया। कथा के प्रथम दिवस कथा वाचक व व्यासपीठ पर विराजित पंडि़त सत्यनारायण शास्त्री द्वारा प्रथम पुज्य विनायक देवादिदेव गणेश का स्मरण करते हुए श्रीमद् भागवत कथा महात्म्य, मुनि जिज्ञासा व नारद तथा वेदव्यास संवाद की कथाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान घीसालाल शर्मा, रामचरण टेलर, राधेश्याम लक्षकार, बद्रीलाल स्वर्णकार, प्रहलाद, रामप्रसाद, सुरेश शर्मा, गणेश साहू आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।