केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर का 59 वां स्थापना दिवस शनिवार को उत्साह से समारोहपूर्वक मनाया गया। संस्थान के ऑडिटोरियम में भव्य समारोह आयोजित किया गया। स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. अरविन्द कुमार, कुलपति, रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी रहे। इस अवसर पर कहा कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य नवीन शोध कर किसानों तक पहुंचाने व किसानों एवं पशु पालकों की उन्नति करना है। जिसके लिए संस्थान सतत प्रयासरत है। यहां पदस्थापित वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी लगातार इन प्रयासों में जुटे है तथा लम्बे समय किसानों एवं पशु पालकों के लिए कार्य करते हुए उनके आर्थिक उन्नति में सहायक सिद्ध हो रहे है। समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. अरविन्द कुमार ने संस्थान द्वारा पशुपालन के क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधानों की सराहना करते हुए भेड़-बकरी पालन को किसानों के लिए वरदान बताया। उन्हानें कहा कि पशुपालन किसानों के आर्थिक स्तर को उंचा उठाने में कारगर साबित हो रहा है। कृषि पूरी तरह से मानसून पर निर्भर रहती है जबकि मवेशीपालन से उनको वर्ष भर उसके उत्पाद बेचने से मुनाफा मिलता है। केन्द्रीय भेड एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर निदेशक डॉ राघवेंद्र ने अतिथियों का साफा पहना कर स्वागत करते हुए संस्थान द्वारा किए जा रहे अनुसंधान कार्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। समारोह में बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र निदेशक डॉ. गोपाल लाल, केन्द्रीय सरसों अनुसंधान संस्थान भरतपुर निदेशक डॉ. पी के राय सहित राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान संस्थान निदेशक डॉ. आर के सावल विशिष्ठ अतिथियों के रूप में शिरकत की। इससे पूर्व अतिथियों ने संस्थान के विभिन्न सेक्टरों का भ्रमण कर अनुसंधानों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मुख्य अतिथि ने समारोहस्थल पर संस्थान के कार्य कलापों एवं मवेशीपालन को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया व प्रदर्शनी का अवलोकन किया। समारोह में अतिथियों द्वारा विशिष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों, अधिकारियों-कर्मचारियों एवं प्रगतिशील किसानों एवं मवेशीपालकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने समारोह की ओर से तैयार किए गए फोल्डर एवं वार्षिक गतिविधियों के कैलेण्डर का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में बडी संख्या में आस-पास के क्षेत्रों से पहुंचे किसानों सहित प्रबुद्धजनों ने भाग लिया। समारोह में पूर्व निदेशक डॉ. अरूण कुमार तोमर, डॉ. एस एम के नकवी, डॉ. डी बी शाक्यवार, डॉ. आर सी शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।